भोपाल में लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल 25 मार्च आज से, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान, शाम को 5 बजे शुभारंभ करेंगे

 

देश का हृदय प्रदेश और मध्यप्रदेश की राजधानी के भोपाल में लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल – बीएलएफ का गरिमामय और प्रतिष्ठित कार्यक्रम होने जा रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज 25 मार्च 2022 को शाम लगभग 05 बजे बीएलएफ के इस गरिमामय आयोजन का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। भोपाल के भारत भवन में कार्यक्रमों का आयोजित किया जाएगा। ये आयोजन तीन दिनों तक चलेगा। इस महोत्सव में जाने-माने विचारक, लेखक, पूर्व नौकरशाह, पर्यावरणविद् सहित अन्य हस्तियां हिस्सा लेंगी।

इस आयोजन के भोपाल के 4 वरिष्ठ पत्रकार,प्रमुख हिस्सा रहेंगे। मसलन :- परदे के सामने: फिल्म आलोचना की कला, वरिष्ठ पत्रकार,ब्रजेश राजपूत के साथ बातचीत डॉ रितु शर्मा,वह शख्स जो बंटवारे को रोक सकता था, उदय माहूरकर के साथ चर्चा वरिष्ठ पत्रकार,अभिलाष खांडेकर,कैमरे के बाहर, वरिष्ठ पत्रकार,शरद द्विवेदी के साथ बातचीत वरिष्ठ पत्रकार,ब्रजेश राजपूत,सिंधिया विरासत – रानोजी से ज्योतिरादित्य तक वरिष्ठ पत्रकार,अभिलाष खांडेकर द्वारा वरिष्ठ पत्रकार,चंद्रकांत नायडू और उदय माहूरकर के साथ बातचीत होगी ।

मध्यप्रदेश कॉडर के पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एवं बीएलएफ का आयोजन करने वाली संस्था सोसाइटी फॉर कल्चर एंड एनवायरनमेंट के अध्यक्ष, राघव चंद्रा ने एमपीपोस्ट को बताया कि भोपाल लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल -बीएलएफ का चौथा संस्करण 25, 26 और 27 मार्च को भोपाल के भारत भवन में आयोजित किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के कारण बीते सालों में यह आयोजन नहीं हो पाया था।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज 25 मार्च 2022 को शाम लगभग 05 बजे बीएलएफ के इस गरिमामय और प्रतिष्ठित आयोजन का औपचारिक शुभारंभ करेंगे।

उन्होंने बताया की कि इस फेस्टीवल का उद्देश्य अच्छे साहित्य को बढ़ावा देना है। साथ ही शहर के युवाओं के बीच में साहित्य को पहुंचाना है। उनका कहना है कि हमारा प्रयास इस आयोजन को ’ज्ञान उत्सव’ के रूप में विकसित करना है। इस आयोजन में स्वतंत्र विचारक, शिक्षाविद्, लेखक, समाज के प्रबुद्ध नागरिक और अनुभवी नौकरशाह अपने विचारों, अनुभव और अपनी नई साहित्यिक रचनाओं पर चर्चा करने और प्रस्तुत करने के लिए शामिल होते हैं।

राघव चंद्रा ने बताया की इस साल फिर से बीएलएफ, जो पहले से ही राजधानी के सांस्कृतिक और साहित्यिक कैलेंडर में एक प्रमुख कार्यक्रम है, का आयोजन मप्र सरकार के संस्कृति और पर्यटन विभाग की साझेदारी में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार स्थापित लेखकों के साथ-साथ हमने नए विचारकों को भी आमंत्रित किया है।

यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश पर्यटन, संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन , एसआईएसटीईसी, भोपाल, टाटा एजुकेशन, कोल इंडिया और वर्धमान, इंडिया ऑयल और अन्य धर्मार्थ समूहों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।

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