मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा पीएम श्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद देते हुए अपनी बात रखी। हमारी संसद ने सर्वसम्मति से नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया है।
उन्होंने कहा की आजादी के अमृतकाल में आधी आबादी को न्याय मिला है। भाजपा की प्राथमिकता नारी सशक्तीकरण है।
सीएम के अनुसार मध्यप्रदेश पहला राज्य है:
– जिसने स्थानीय निकाय चुनाव में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया
– जिसने सेक्स रेशियो ठीक करने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई
– जहाँ महिलाओं को पुलिस में 35% आरक्षण मिलेगा
– जहाँ महिलाओं के नाम पर संपत्ति लेने पर स्टाम्प शुल्क में छूट दी जाती है
– जहाँ संबल योजना बनाई गई
– जहाँ 1 करोड़ 32 लाख बहनों के खातों में लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत पहले 1,000 रुपये डाले गए और अब 1,250 रुपये डाले जा रहे हैं
हम जनता की सेवा के काम करने के लिए हैं।
जनआशीर्वाद यात्रा को अभूतपूर्व सफलता मिली है, इसके लिए मैं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा और समस्त कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूँ।
कांग्रेस जवाब में आक्रोश यात्रा निकाल रही है। सुनते ही मन विचलित हो जाता है। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आपस में आक्रोश निकाल रहे हैं।
कमलनाथ जी समझ गए कि आक्रोश किसके खिलाफ है, इसलिए उन्होंने पोस्टर से दिग्विजय सिंह का पोस्टर ही निकाल दिया।
श्री कमलनाथ जी आक्रोश यात्रा से ही गायब हैं। मुझे आश्चर्य होता है कि जिनका नेता पहियों वाले सूटकेस को सिर पर लेकर चलता हो, उस पार्टी का क्या भविष्य होगा!
मिस्टर बंटाधार खुद कहते हैं कि मैं जाऊंगा तो वोट नहीं मिलेंगे।
कमलनाथ जी 2019 में आए, तो उन्होंने सारी योजनाएँ बंद कर दी।
लैपटॉप छीन लिए, आहार अनुदान योजना के एक हजार रुपये छीन लिए।
कन्याओं की शादी तो की, लेकिन शादी होने के बाद भी पैसे नहीं आए।
प्रधानमंत्री जी ने आवास दिए थे, उनमें से दो लाख आपने वापस कर गरीबों को मकान से वंचित किया।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए किसानों के नाम ही नहीं भेजे।
प्रधानमंत्री जी ने जल जीवन मिशन शुरू किया लेकिन कमलनाथ जी इसका लाभ नहीं दिला पाए।
आपने वादे नहीं निभाए, इसीलिए जनता में कांग्रेस के खिलाफ आक्रोश है कमलनाथ जी!
हमने जनता की सेवा की, इसलिए हमें आशीर्वाद मिल रहा है।
कमलनाथ जी, जब सनातन धर्म का अपमान होता है तो आप मौनी बाबा बन जाते हैं और जब वोट चाहिए होते हैं तो आप ढोंगी बाबा बन जाते हैं।
सनातन धर्म का अपमान आपके गठबंधन के साथी कर रहे हैं और आप चुप हैं। जनता का आक्रोश आपके खिलाफ होगा और आप और आपकी पार्टी कहीं की नहीं रहेगी!
प्रेस कॉफ्रेंस में सीएम शिवराज के महत्वपूर्ण बिंदू
जब सनातन का अपमान होता है, तो कमलनाथ जी आप मौनी बाबा बन जाते हैं और जब वोट लेना होता है, तो ढोंगी बाबा बन जाते हैं।
हम एकात्म यात्रा निकालते हैं, स्नेह यात्रा निकालते हैं, जन आशीर्वाद यात्रा निकालते हैं, कांग्रेसी जन आक्रोश यात्रा निकालते हैं।
दिग्विजय सिंह जनआक्रोश के पोस्टर से गायब है, कमलनाथ यात्रा से गायब हैं
जिनका नेता पहियों वाले सूटकेस को सिर पर लेकर चलता हो, उस पार्टी का क्या भविष्य होगा!
जनता का भरपूर आशीर्वाद हमें मिला है। लेकिन कांग्रेस जवाब में निकाल रही है आक्रोश यात्रा… हमने जितनी यात्राएं निकाली हैं जनआशीर्वाद यात्रा, एकात्म यात्रा, स्नेह यात्रा… लेकिन कांग्रेस को नाम मिला “आक्रोश”!
सुनते ही मन विचलित होने लगता है। आक्रोश भी किसके लिए प्रकट हो रहा है कांग्रेस ने कार्यकर्ता और नेता, आपस में आक्रोश का प्रकटीकरण कर रहे हैं।
धक्का-मुक्की, डंडा और पता नहीं एक जगह तो बंदूकें ही निकल गई।
कमलनाथ जी पहले से ही जानते थे कि आक्रोश किसके खिलाफ है। दूसरा दिग्विजय सिंह जी का तो पोस्टर से फोटो ही गायब हो गया। तीसरा कमलनाथ जी, आक्रोश यात्रा से ही गायब हैं वो कहीं दिखाई ही नहीं दे रहे हैं।
मुझे तो आश्चर्य लगता है कि ऐसी पार्टी जिसका नेता पहिये वाले सूटकेस को सर पर लेकर चलता है उसका भविष्य क्या होगा।
कांग्रेस के खिलाफ आक्रोश इसलिए है क्योंकि 2003 के पहले अब तक उबर नहीं पाई कांग्रेस। मिस्टर बंटाधार इसीलिए फ्रंट पर नहीं आते।
कई बार तो वो खुद ही कहते हैं कि मैं जाऊंगा तो वोट नहीं मिलेंगे।
ये आक्रोश कांग्रेस के खिलाफ है। जो बदहाली 2003 के पहले रहती थी।
जब श्री कमलनाथ जी 2019 में आए तो उन्होंने क्या किया.., भारतीय जनता पार्टी की सरकार की सारी योजनाएं बंद कर दी थी उन्होंने।
उन्होंने संबल योजना बंद करने का पाप किया इसलिए उनके खिलाफ आक्रोश है, उन्होंने हमारे बेटा बेटी से लैपटॉप छीन लिए, बच्चों को देता था जो अच्छे नंबर लाते थे 12वीं में इसलिए उनके खिलाफ आक्रोश है, उन्होंने बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति की जो अत्यंत पिछड़ी जनजाति से मेरी बहने आती थी।
उनको आहार अनुदान के 1000 रु हम देते थे। कमलनाथ जी ने वह 1000 रु तक छीन लिए थे इसलिए उनके खिलाफ आक्रोश है।
कमलनाथ जी ने कन्याओं की शादी तो की लेकिन विदाई के बाद साल भर हो गया। कई जगह तो भांजे भांजी भी आ गए लेकिन कमलनाथ जी का पैसा नहीं गया।
आपने तो इंडी गठबंधन में ऐसे-ऐसे लोगों को भर के रखा है जो सनातन का अपमान कर रहे हैं।
जब सनातन की आलोचना होती है तब आप मोनी बाबा बन जाते हैं और जब वोट लेना होता है तब कमलनाथ जी आप ढोंगी बाबा बन जाते हैं।
आपने सनातन के अपमान पर एक शब्द भी क्यों नहीं कहा… आपके गठबंधन के साथी सनातन का अपमान करते हैं। रोज गालियां दे रहे हैं डेंगू, मलेरिया, वायरस कह रहे हैं और आप चुप-चाप बैठे हैं।
याद रखिए कमलनाथ जी मध्यप्रदेश और हिंदुस्तान की जनता यह सहन नहीं करेगी। आक्रोश का प्रकटीकरण आपके खिलाफ होगा और आप और आपकी पार्टी कहीं की नहीं रहेगी।
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सवाल- एक ओर जहां हम जन आशीर्वाद यात्रा और उसकी सफलता की बात कर रहे हैं तो वही महिला आरक्षण को लेकर उमा भारती जी आज एक बैठक कर रही हैं। इसमें आप क्या कहेंगे..?
जवाब- एक फीडबैक जो उम्मीदवार घोषित हुए हैं वह अपने चुनाव प्रचार के काम में पार्टी के सब कार्यकर्ताओं के साथ लगे हुए हैं। फीडबैक बहुत अच्छा है। उनको भी जनता का भरपूर प्यार और समर्थन मिल रहा है।
मैं स्वयं भी कई ऐसी सीटों पर गया हूं, जहां उम्मीदवार घोषित हुए हैं। उनके साथ कार्यक्रम किए हैं। मेरा पूरा विश्वास है कि वो शानदार सफलता प्राप्त करेंगे।
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सवाल – 2018 के चुनाव में और 2023 की परिस्थिति में आप क्या अंतर महसूस कर रहे हैं और इस चुनाव के आपके अनुसार क्या परिणाम होंगे?
जवाब – 2018 में भी हम वोट ज्यादा लेकर हम पिछड़ गए थे लेकिन इस बार अप्रत्याशित नतीजे आएंगे। मेरा अपना विश्वास है।
क्योंकि मैं मध्यप्रदेश में लगभग 1977 से ही चुनाव के काम में भाग लेता रहा हूँ। इस समय जो जनता के मन में स्नेह और प्रेम है वो अलग से दिखाई देता है। इसलिए अब तक की सबसे बड़ी सफलता भारतीय जनता पार्टी प्राप्त करेगी। आप देखिएगा चुनाव परिणाम के बाद फिर मैं आपसे बात करूंगा।
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सवाल – इस बार 150 पार 200 पार आर पार जैसी लड़ाई जैसी बातें सामने आ रही है तो क्या मुख्यमंत्री जी पूरी 230 सीटों पर चुनाव जिताने में बिजी रहेंगे या अपना चुनाव भी लड़ेंगे।
उत्तर- मैं अभी तक अगर आप देखेंगे 3-4 महीने में तो पूरे प्रदेश को मैंने मथ दिया है हर जिले की कई सीटों पर मैं गया हूँ और आगे भी मेरी कोशिश होगी कि मैं 230 सीटों पर जाऊँ मैं कोई कसर नहीं छोड़ूँगा।