मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सोमवार को मंत्रालय में ऊर्जा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने दौरान कहा कि बिजली की ट्रिपिंग रोकने के समुचित प्रयास करें। ट्रिपिंग होने पर उसे ठीक करने के लिए त्वरित कार्यवाही की जाये, जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी न हो। प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे भी उपस्थित थे।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यों की समीक्षा में कहा कि ट्रांसफार्मर और बिजली लाइन का मेंटेनेंस नियमित रूप से हो। साथ ही अधिकारी इसका निरीक्षण भी करें। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुसार स्मार्ट मीटर लगाये जाये।
कंपनी के प्रबंध संचालक श्री अमित तोमर ने बताया कि स्मार्ट मीटर जहाँ लगे हैं, वहॉं बिजली बिल संबंधी शिकायत कम आती है। उपभोक्ता आसानी से प्रतिदिन की बिजली खपत देख सकता है। उपभोक्ता द्वारा बिजली बिल जमा नहीं करने पर कंट्रोल रूम से ही बिजली काटी जा सकती है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने से होने वाले फायदे का मूल्यांकन करवायें।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने प्रबंध संचालक ट्रांसमिशन श्री सुनील तिवारी से कहा कि फीडर की ट्रिपिंग रोकने के लिए पुराने इंसुलेटर बदलने का कार्य अभियान चला कर करें। जिन क्षेत्रों के फीडर में ज्यादा ट्रिपिंग हो रही है, वहाँ के अधिकारियों को नोटिस जारी करें।
श्री तोमर ने प्रबंध संचालक पावर जनरेटिंग कंपनी श्री मनजीत सिंह से कोयले की स्थिति एवं नई इकाइयों की स्थापना के संबंध में चर्चा की। श्री सिंह ने बताया कि ताप विद्युत गृहों से निकलने वाली राखड़ (फ्लाई एश) को सीमेंट फैक्ट्री तक पहुँचाने के लिए रेलवे वैगन का उपयोग किया जा रहा है। ताप विद्युत गृहों के बेहतर संचालन पर वहाँ के स्टॉफ को प्रमाण-पत्र दे रहे हैं। अधिकारी- कर्मचारियों को लगातार ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे उनके कार्य में गुणात्मक सुधार हो सके।