मध्यप्रदेश के इतिहास में गत दिवस 24 नवम्बर को सर्वाधिक बिजली आपूर्ति का नया रिकार्ड कायम हुआ। इस दिन प्रदेश में 3027.43 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई। वहीं 23 नवम्बर को प्रदेश में बिजली की माँग 15 हजार 460 मेगावाट दर्ज हुई। प्रदेश में बिजली की माँग 10 नवम्बर से 14 हजार मेगावाट और 20 नवम्बर से 15 हजार मेगावाट के ऊपर लगातार दर्ज हो रही है।
ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने एक दिन में 3027.43 लाख यूनिट की सफल आपूर्ति पर बिजली कम्पनी के अधिकारी-कर्मचारियों की सराहना की है।
वित्तीय
वर्ष
अधिकतम माँग
(मेगावाट में)
एक दिन की सर्वाधिक आपूर्ति (लाख यूनिट में)
2017-18
12240
2355.12
2018-19
14089
2658.69
2019-20
14555
2654.11
2020-21
15425
2954.77
2021-22
15692
2986.16
2022-23
15460
3027.43
कैसी रही बिजली की माँग
प्रदेश में जब बिजली की माँग 15460 मेगावाट पर दर्ज हुई, उस दौरान मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर एवं रीवा संभाग) में 4034 मेगावाट, मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल एवं ग्वालियर संभाग) में 4774 मेगावाट और मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर एवं उज्जैन संभाग) में बिजली की अधिकतम माँग 6366 मेगावाट दर्ज हुई। रेलवे को 286 मेगावाट बिजली दी गई।
कैसे हुई बिजली सप्लाई
प्रदेश में 23 नवम्बर 2022 को जब बिजली की माँग 15460 मेगावाट दर्ज हुई, उस समय बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप और जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 3649 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 949 मेगावाट, सेंट्रल सेक्टर का अंश 4441 मेगावाट और आईपीपी का अंश 2270 मेगावाट रहा। अन्य स्त्रोत, जिनमें नवकरणीय स्त्रोत एवं बैंकिंग भी शामिल हैं, से प्रदेश को 4151 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई।