एमपी के भोपाल में विभिन्न मार्केट-प्लेसेस में लगाए गए विशेष टीकाकरण कैम्प
मंत्री श्री सारंग की पहल पर लगे विशेष कैम्प
श्री सारंग स्वयं पहुँचे विभिन्न केन्द्रों पर
मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग की पहल पर आज बुधवार को भोपाल के नए और पुराने शहर के मार्केट में दुकानदार और उनके कर्मियों के लिए विशेष वैक्सीनेशन कैम्प लगाए गए। मंत्री श्री सारंग ने न्यू मार्केट स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर के सामने लगे कैम्प से इसकी शुरुआत की। उन्होंने शहर के विभिन्न कैम्पस में जाकर लोगों की हौसला अफजाई की और वैक्सीनेशन कराने के लिये लोगों को प्रेरित किया।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि कोरोना से मुक्त करने की अपील में व्यापारी संगठनों से भोपाल को भरपूर सहयोग मिल रहा है। उनसे दो दिन पहले की गई चर्चा का प्रतिफल रहा कि दुकानदारों और उनके कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाई जा रही है। भोपाल के विभिन्न बाजारों में वैक्सीनेशन कैम्प का आयोजन किया गया है, जिसके माध्यम से बड़ी संख्या में दुकानदार और कर्मचारी वैक्सीन लगवा रहे हैं। इससे कोरोना संक्रमण से बचा जा सकेगा। लगभग 100 केंद्रों पर यह कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में भी इस तरह के कैम्प लगाए जायेंगे।
श्री सारंग ने कहा कि कोशिश है कि दुकानदार या उनके कर्मचारी से ग्राहक संक्रमित न हों और इसी तरह किसी ग्राहक के कारण दुकानदार या उनका कर्मी संक्रमित नहीं हों, इसके लिए इस तरह का विशेष कैम्प लगाये गये हैं। आने वाले समय में भोपाल को पुनः कोरोना कर्फ्यू से मुक्त रखना हैं, इसके लिए इस तरह की पहल की जा रही है। भोपाल में दोबारा कोरोना कर्फ्यू न लगे, लगातार लोगों को दुकानों के माध्यम से उनकी जरूरतों का सामान मिल सके, यही कोशिश है।
मंत्री श्री सारंग ने नया प्रयोग करते हुए व्यापारी संगठनों की दुकान खुलवाने की माँग को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि ‘टीका लगवाओ-बाजार खुलवाओ’ के नारे के साथ सभी दुकानदारों और उन पर काम करने वाले वर्कर्स को वैक्सीनेशन करवाना जरूरी रहेगा। इसके मद्देनजर बुधवार को व्यापारी और उनके कर्मचारियों को कैम्प लगाकर 100 प्रतिशत टीकाकरण किया जा रहा है।
राजधानी भोपाल में गुरूवार से पूरा मार्केट खुलेगा, इसके लिये दुकानदारों को शत-प्रतिशत टीकाकरण करवाना होगा। साथ ही कोविड गाइड-लाइन का पालन सुनिश्चित करते हुए ही दुकानें खोलने की अनुमति मिली है। श्री सारंग ने कहा कि शनिवार को भी मार्केट खोलने की अनुमति दी गई है। व्यापारियों को अपने साथ-साथ ग्राहकों को भी कोविड गाइड-लाइन का पालन सुनिश्चित करवाना होगा। मार्केट में अनाउंसमेंट के जरिये सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने, वैक्सीनेशन कराने आदि की सूचनाएँ दी जायेंगी।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि कोरोना पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इसलिये सावधानी बहुत जरूरी है। बाजारों को कोविड की गाइड-लाइन के साथ ही खोलना होगा। बाजार खुलने एवं बंद होने का समय कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार ही होगा। बाजार खुलने के साथ ही व्यापारियों को दुकानों के बाहर गोले बनाने होंगे। गाइड-लाइन का पालन कराने वाली सीएसटी टीम को सहयोग करना होगा, तभी कोरोना पर भोपाल की जीत होगी। सभी को ध्यान रखना होगा कि भोपाल में दोबारा लॉकडाउन की स्थिति न बने।
गुरुवार से मार्केट प्लेस में अवेयरनेस के लिये करेंगे काम एनजीओ
मंत्री श्री सारंग के आव्हान पर भोपाल के स्वयंसेवी संगठन कोरोना जागरूकता के लिये गुरुवार से मार्केट खुलने के साथ ही अवेयरनेस का काम करेंगे। वे मार्केट में कोविड प्रोटोकाल का पालन करवायेंगे।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि भोपाल खुले और फिर बंद होने की स्थिति न आये, इसके मद्देनजर समाज के स्वयंसेवी संगठन कोविड के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे। लोगों के आचरण और व्यवहार में कोविड प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संगठन समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सामाजिक लोगों की बात आम लोग जल्दी ग्राह्य करते हैं। इसीलिये अवेयरनेस के लिये स्वयंसेवी संगठनों को शासन और प्रशासन के साथ अभियान में जोड़ा गया है।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि भोपाल अनलॉक की दिशा में एक ओर कदम आगे बढ़ रहा है। गुरुवार से शहर के सभी बाजार खरीददारी के लिये खुल जायेंगे। आमजन तक प्रोटोकाल का पालन करने की स्वयंसेवी संगठनों द्वारा की गई अपील लाभकारी सिद्ध होगी। उन्होंने सभी स्वयंसेवी संगठनों से भी अपील की है कि वे स्वयं भी वैक्सीन लगवायें और अपनी संस्था से जुड़े लोगों का भी शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करवायें।
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि स्वयंसेवी संगठन भी वैक्सीन के लिये प्रोत्साहित करें। भ्रामक प्रचार रोकें और कोविड अवेयरनेस टीम के रूप में काम करें। लगभग एक माह तक अभियान के जरिये लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास करें। साथ ही, सोशल मीडिया के जरिये भी प्रचार अभियान चलाया जाए। एसडीएम इस दौरान स्वयंसेवी संगठनों के सतत सम्पर्क में रहेंगे।