राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु ने भूमि प्रबंधन और प्रशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये मध्यप्रदेश के सचिव राजस्व एवं आयुक्त भू-अभिलेख डॉ. संजय गोयल और 15 जिलों के कलेक्टर्स को “भूमि सम्मान, 2023” प्रदान किया। विज्ञान भवन में केन्द्रीय विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में 9 राज्यों के सचिवों और 68 कलेक्टर्स को पुरस्कार दिए गये। राज्य शासन की ओर से सचिव राजस्व एवं आयुक्त भू-अभिलेख डॉ. संजय गोयल एवं अपर सचिव श्री चंद्रशेखर वालिम्बे ने अपनी टीम के साथ पुरस्कार ग्रहण किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय पंचायतराज राज्य मंत्री श्री कपिल मोरेश्वर पाटिल और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते उपस्थित रहे।
डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्डस आधुनिकीकरण के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने राज्य व जिला दोनों ही श्रेणियों में देश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया। यह राज्य व केन्द्र सरकार के समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण है जहाँ शत-प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदाय की जाती है, वहीं राज्य सरकारों द्वारा कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जाता है।
प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने पुरस्कृत अधिकारियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि टीम के रूप में किये गये कार्य के परिणाम भी सुखद ही होते हैं। टीम में सुश्री नमिता खरे, श्री बृजेश नामदेव, श्री मुजीब उद्दीन खिलजी एवं श्री दिगपाल सिंह भी शामिल थे।
कार्यक्रम में आगर मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, भोपाल, गुना, हरदा, इंदौर, खरगोन, नीमच, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उज्जैन, उमरिया और विदिशा जिलों को सम्मानित किया गया। आगर-मालवा का पुरस्कार संयुक्त कलेक्टर श्री राजेन्द्र सिंह रघुवंशी, अलीराजपुर का अपर कलेक्टर श्रीमती अनुपमा निनामा, अनूपपुर का कलेक्टर श्री आशीष वशिष्ठ, भोपाल का अपर कलेक्टर श्रीमती माया अवस्थी, गुना का कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए, हरदा का कलेक्टर श्री ऋषि गर्ग, इंदौर का कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, खरगोन का डिप्टी कलेक्टर श्री प्रताप कुमार अगासिया, नीमच का अपर कलेक्टर सुश्री नेहा मीणा, सीधी का कलेक्टर श्री साकेत मालवीया, सिंगरौली का डिप्टी कलेक्टर श्री ऋषि पवार, टीकमगढ़ का संयुक्त कलेक्टर श्री संजय कुमार जैन, उज्जैन का कलेक्टर श्री कुमार पुरषोत्तम, उमरिया का भू-अभिलेख अधीक्षक श्री सतीश सोनी और विदिशा का पुरस्कार कलेक्टर श्री उमा शंकर भार्गव ने ग्रहण किया। विजेता जिलों ने डिजिटल इंडिया भू-अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम (डीआइएलआरएमपी) के मुख्य घटकों में संतृप्ति हासिल कर शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया है।