
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भोपाल एयरपोर्ट के पास जर्मन की कंपनी एशिया का पहला एयर क्राफ्ट डिस्मेंटल यूनिट ला रही, हवाई सेवाओं के क्षेत्र में भी होगा विस्तार
दतिया और सतना हवाई अड्डे का लोकार्पण भी जल्द होगा – डॉ. मोहन यादव,मुख्यमंत्री,मध्यप्रदेश
एमपीपोस्ट, भोपाल : रविवार, फरवरी 23, 2025 । भोपाल स्थित राजा भोज एयरपोर्ट के पास जर्मन की एयर क्राफ्ट इंडस्ट्री की बड़ी कंपनी ने एशिया का पहला एयर क्राफ्ट डिस्मेंटल यूनिट लगभग 200 करोड़ की राशि से स्थापित करने में न केवल गहरी रूचि दिखाई है बल्कि एक प्रस्ताव भी विमानन विभाग, मध्यप्रदेश शासन को दिया है।
एमपीपोस्ट को मिली जानकारी के अनुसार GIS-ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में विमानन विभाग,मध्यप्रदेश शासन और जर्मन की एयर क्राफ्ट कंपनी समेत एयर इंडिया,एयर इंडस्ट्री की कंपनी प्रधान, फ्रैंकफिन इंस्टीट्यूट समेत 5 कंपनियां एमओयू साईन करने जा रही है।
जर्मन की कंपनी को एयरपोर्ट से लगी हुई लगभग 30 एकड़ से अधिक जमीन की आवश्यकता है। मध्यप्रदेश सरकार के पास इससे अधिक भूमि है। एक प्रक्रिया के तहत इकाई स्थापित करने के लिए जमीन दी जाएगी।
एयर इंडस्ट्री की कंपनी प्रधान ने उज्जैन में एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रस्ताव दिया है जो कार्गो के क्षेत्र में काम करेगी। एक कंपनी ने पचमढ़ी हवाई अड्डा बनाने की पेशकश की है जो मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देगा।
फ्रैंकफिन इंस्टीट्यूट मध्यप्रदेश में अपने 5 ट्रेनिंग सेंटर प्रारंभ करने जा रही। इस आशय का प्रस्ताव राज्य सरकार को दिया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एमपीपोस्ट को बताया की हवाई सेवा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है। इसीलिए हमने नवीन विमानन पॉलिसी बनाई है जो मध्यप्रदेश में निवेश की दिशा में सहायक सिद्द होगी। एयर इंडस्ट्री के निवेशकों को अनेक सुविधाएँ इस नीति के तहत दी जाएँगी।
दतिया और सतना हवाई अड्डे का लोकार्पण भी जल्द होगा । दतिया हवाई अड्डा लगभग 118 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया गया है। इस हवाई अड्डे का रनवे 1810 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा है। यहां 100 यात्री प्रति घंटे की क्षमता है।
दतिया प्रदेश का आठवां नियमित विमानतल होगा। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विमानतल लाइसेंस जारी कर दिया है। भोपाल से जल्द ही यहां का हवाई संपर्क जुड़ जायेगा ।वर्तमान में रीवा एवं सतना हवाई अड्डे को भी लाइसेंस प्राप्त है।अब दतिया भी इस सूची में शामिल हो गया है।
मध्यप्रदेश में केवल पांच हवाई अड्डे थे। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खुजराहो और ग्वालियर को ही सार्वजनिक उड़ान संचालन के लाइसेंस थे राज्य के अन्य क्षेत्रों से हवाई संपर्क हो इस दिशा में तेज़ी के साथ काम किया जा रहा है।
विमानन इंडस्ट्री के माध्यम से राज्य में हजारों की संख्या में रोजगार के अवसर निर्मित होंगे।