प्रदेश में वर्षाकाल में आयुष की पहुँच दुर्गम क्षेत्रों में भी सुनिश्चित करने के लिये आयुष आपके द्वार योजना एक अगस्त से में शुरू की जा रही है। योजना का मकसद वर्षाकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष मेला न हो पाने के कारण इस योजना के माध्यम से आयुष चिकित्सा की पहुँच सुनिश्चित की जायेगी। आयुष आपके द्वार योजना के संबंध में आयुष संचालनालय ने प्रधानाचार्य आयुष महाविद्यालय, संभागीय आयुष अधिकारी और जिला आयुष अधिकारी को दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
वर्षाजनित रोग के उपचार की सुविधा
निर्देशों में कहा गया है कि बरसात के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ प्रभावित होती हैं। इस स्थिति को देखते हुए जन-सामान्य को वर्षाजनित रोग के उपचार के लिये हाट-बाजार में आयुष औषधियों का नि:शुल्क वितरण किया जाये। इसके साथ ही जन-सामान्य को इस मौसम में होने वाली बीमारी से बचाव की जानकारी दी जाये और साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जाये। ऐसे जन-जागरण के कार्यक्रम हाट-बाजार के अलावा पंचायत, स्थानीय विद्यालय एवं महाविद्यालय परिसर में आयोजित किये जा सकते हैं। इस कार्य के लिये आयुष विभाग की समस्त संस्थाओं, आयुष महाविद्यालय, संबद्ध चिकित्सालय, आयुष विंग, आयुष औषधालय, आयुष ग्राम और आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में पदस्थ अमले की मदद ली जाये। आयुष ग्राम में हेल्थ सर्वे फार्म में व्यक्ति की स्वास्थ्य रिपोर्ट दर्ज की जाये।
स्वास्थ्य के प्रति जन-जागरण
दिशा-निर्देश में इस मौसम में होने वाली बीमारियों, उनके उपचार और उपलब्ध औषधियों के बारे में भी मैदानी अमले को जानकारी दी गई है। संचालनालय द्वारा योजना के क्रियान्वयन के दौरान होने वाली कार्यवाही की रिपोर्ट नियमित रूप से संचालनालय को भेजा जाना भी सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है।