फीवर क्लीनिक्स को और प्रभावी बनाएं- मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में फीवर क्लीनिक्स को और प्रभावी बनाया जाए। ये प्रतिदिन नियमित रूप से संचालित रहें और आर.टी.पी.सी.आर. टैस्ट के लिए सैम्पल लिए जाएं तथा रैपिड एंजीटन टैस्ट किए जाएं। मोबाइल फीवर क्लीनिक्स भी चलाए जाएं। हर जिले में ऑक्सीजन बैड्स और आई.सी.यू. बैड्स की क्षमता बढ़ाई जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन कोरोना मरीजों को लक्षण नहीं है तथा जिनके घर में आइसोलेशन की व्यवस्था है वे ‘होम आइसोलेशन’ में रह सकते हैं। हर जिले में होम आइसोलेशन व्यवस्था को परफैक्ट बनाया जाए। होम आइसोलेशन के मरीजों की प्रतिदिन मॉनीटरिंग की अच्छी व्यवस्था हो। प्रदेश में वर्तमान में 32 प्रतिशत कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वी.सी. के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।
कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर से ‘होम आइसोलेशन’ की मॉनीटरिंग
भोपाल जिले की समीक्षा में कलेक्टर ने बताया कि ‘कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर’ के माध्यम से ‘होम आइसोलेशन’ वाले मरीजों की निरंतर मॉनीटरिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी जिले में इस प्रकार की व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए।
बैड्स की क्षमताएं बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर जिले के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बैड्स की क्षमता बढ़ाई जाए। भोपाल जिले की समीक्षा में बताया गया कि यहां वर्तमान में 1488 ऑक्सीजन एवं आई.सी.यू. बैड्स हैं, जिन्हें बढ़ाकर 2201 किया जा रहा है।
प्रतिदिन 25 हजार टैस्ट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि हर जिले में कोरोना की टैस्टिंग बढ़ाई जाए। मुख्य सचिव श्री बैंस ने बताया कि प्रतिदिन 25 हजार टेस्ट करने का लक्ष्य रखा गया है। कोरोना मरीजों की जल्दी पहचान कर उनका तुरंत उपचार किए जाकर शत-प्रतिशत मरीजों को स्वस्थ किया जा सकता है।
प्रदेश की मृत्यु दर अब 1.93 प्रतिशत
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के बड़ी संख्या में मरीज ठीक होकर घर जा रहे हैं। प्रदेश की रिकवरी दर 74.9 प्रतिशतहै तथा मृत्यु दर 1.93 प्रतिशत है। वहीं प्रति दस लाख हमारी टैस्टिंग 21 हजार 117 तथा पॉजिटिविटी रेट 5.50 प्रतिशत है।
एक्टिव मरीजों में 13वें और पॉजीटिव मरीजों में 14वें स्थान पर
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि तुलनात्मक रूप से देश में एक्टिव मरीजों की संख्या के मान से मध्यप्रदेश 13वें तथा पॉजीटिव मरीजों की संख्या के मान से 14वें स्थान पर है। प्रदेश में 15 सितम्बर की स्थिति में एक्टिव मरीजों की संख्या 21 हजार 620 और 16 सितम्बर को एक्टिव मरीजों की संख्या 22136 है।
इंदौर में सर्वाधिक 393 नए प्रकरण
जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर जिले में सर्वाधिक 393 नए कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। इसके पश्चात भोपाल में 256, ग्वालियर में 226, जबलपुर में 124, नरसिंहपुर में 85, खरगौन में 82, शहडोल में 71, धार में 70, कटनी में 63 तथा उज्जैन में 59 नए प्रकरण हैं। मुख्यमंत्री ने इन जिलों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए।