अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर मध्यप्रदेशवासियों को सीएम एमपी का संदेश
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, शिवराज सिंह चौहान
- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की प्राचीन विधा योग को पूरी दुनिया में स्थापित किया है। योग दुनिया में स्थापित होकर आज पूरे विश्व को निरोग करने का भी काम कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया के लगभग हर देश में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जारी संदेश में प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए योग को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की प्राचीन विधा योग को पूरी दुनिया में स्थापित किया है। योग दुनिया में स्थापित होकर आज पूरे विश्व को निरोग करने का भी काम कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया के लगभग हर देश में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जारी संदेश में प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए योग को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि “शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्” अर्थात् शरीर सब धर्मों का पालन करने का माध्यम है। हमें कोई भी काम करना हो, उसके लिए शरीर की आवश्यकता होती है। स्वस्थ शरीर के साथ, मन भी ऊर्जा, आनंद और प्रसन्नता से भरा होना चाहिए, तभी हम कोई काम ठीक से संपादित या क्रियान्वित कर सकते हैं। योग शरीर को स्वस्थ, मन को नियंत्रित, अनुशासित और प्रसन्न रखता है। यह बुद्धि को प्रखर करता है और हमको परमात्मा से भी जोड़ता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योग के आठ अंग क्रमश: यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, धारणा और समाधि हैं। यम, नियम से तात्पर्य है संयमित जीवन और खान-पान। आसनों के माध्यम से हम अपने शरीर को लचीला और स्वस्थ रखते हैं। प्राणायाम श्वास की प्रक्रिया है, जो हमारे फेफड़ों को मजबूत करती है, यह मन को भी नियंत्रित करती है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं स्वयं प्रतिदिन 18 घंटे काम करता हूँ, संयमित आहार लेता हूँ, जीवन को नियमित रखने की कोशिश करता हूँ। साथ ही प्रतिदिन आसन, प्राणायाम और ध्यान करता हूँ। परिणामस्वरूप मुझे 18 घंटे काम करने में कभी कोई समस्या नहीं होती। मैं सकारात्मक ऊर्जा से लगातार भरा रहता हूँ। योग के माध्यम से हम सभी सकारात्मक रह सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड काल में जब मुझे कोविड हुआ तो मैंने आसन और प्राणायाम जारी रखा, जिससे मुझ पर कोविड का अधिक प्रभाव नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यदि शरीर स्वस्थ हो तो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वयं रोगों से मुकाबला कर लेती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ही नहीं बल्कि प्रति-दिन योग और प्राणायाम करें और शरीर को स्वस्थ बनाएँ। हमारा शरीर अनंत शक्तियों का भंडार है, इसके माध्यम से हम कई बड़े काम कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने संदेश में प्रदेश के बच्चों और युवाओं से कहा कि वे प्रति-दिन योग, प्राणायाम और ध्यान करेंगे तो बुद्धि भी प्रखर होगी। साथ ही बेहतर तरीके से अध्ययन पर ध्यान केन्द्रित कर पाएंगे तथा जीवन में निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति के लिए कार्य की क्षमता भी विकसित होगी। आइये हम प्रतिदिन योग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योग के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर सक्रिय रहने के लिए पतंजलि योगपीठ जैसी संस्थाओं को धन्यवाद दिया।