मध्यप्रदेश में 6 माह में 5205 अपहृत बालिकाओं को वापस घर पहुंचाया गया – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध अपराध करने वालों को मिले कड़ी सजा
मुख्यमंत्री ने महिलाओं एवं बच्चों के प्रति अपराधों में कार्रवाई की समीक्षा की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध अपराध करने वालों को कड़ी सजा मिले, इसके लिए ऐसे प्रकरणों में न्यायालयों में शासन का पक्ष मजबूती से रखा जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गत 6 महीनों में अपहृत 5205 बालिकाओं को उनके घर वापस पहुंचाया गया है, जो कि कुल अपहृत 8566 बालिकाओं का 60.8% है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक बालिका को ढूंढ़कर सही सलामत उसके घर पहुंचाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में प्रदेश में महिला एवं बच्चों के विरूद्ध अपराध तथा घरेलू हिंसा के प्रकरणों में की गई कार्रवाई की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजेश राजौरा आदि उपस्थित थे।
18 प्रकरणों में मृत्यु दंड की सजा यथावत
बताया गया कि प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध अपराधों के 18 प्रकरणों में न्यायालय द्वारा दी गई मृत्यु दंड की सजा को उच्च न्यायालय द्वारा यथावत रखा गया है। अब प्रकरण सर्वोच्च न्यायालय में हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि वहां प्रकरणों में शासन का पक्ष मजबूती से रखा जाए।
महिला पुलिस वॉलेंन्टियर योजना
केन्द्र सरकार द्वारा महिला पुलिस वॉलेंन्टियर योजना के संचालन के लिए प्रदेश के 02 जिलों मुरैना एवं विदिशा का चयन किया गया है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक गाँव, वार्ड में एक महिला पुलिस वॉलेंन्टियर बनाई जाएगी, जो महिलाओं के विरूद्ध अपराध के संबंध में कार्रवाई में सहायता करेगी। उसे 1000 रूपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।
महिला अपराध शाखा का नाम अब महिला सुरक्षा शाखा
पुलिस की महिला अपराधा शाखा का नाम बदलकर महिला सुरक्षा शाखा किए जाने का निर्णय बैठक में लिया गया।
700 थानों में महिला डैस्क
प्रदेश के 700 थानों में महिलाओं की सहायता के लिए ऊर्जा महिला हेल्प डैस्क संचालित की जा रही हैं। इनके माध्यम से महिला अपराधों के प्रकरणों में महिलाओं को राहत एवं सहायता पहुंचाई जा रही है। घरेलू उत्पीड़न के प्रकरणों में आवश्यक काउंसलिंग भी की जा रही है।
रोजगार के लिए प्रतिमाह अभियान चलाएं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपराधों का एक कारण बेरोजगारी भी है। प्रदेश में प्रतिमाह हर जिले में रोजगार अभियान चलाया जाए, जिसके माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार दिलवाया जाए।
पुलिस के रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि पुलिस में रिक्त पड़े पदों पर शीघ्र भर्ती की जाए। डीजीपी श्री जौहरी ने बताया कि प्रदेश में पुलिस जवानों के 18 हजार पद रिक्त हैं, जिनकी भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाएगी।