भोपाल । राज्य शासन की पहल पर फीवर क्लीनिक के माध्यम से अभी तक 2 लाख से अधिक लोगों का नि:शुल्क उपचार किया गया। प्रदेशवासियों को सहज स्वास्थ्य सुविधाएं एवं आवश्यक दवायें उपलब्ध करवाने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिहं चौहान द्वारा लिये गये निर्णय के परिपेक्ष में प्रदेश में 909 फीवर क्लीनिक की स्थापना की गई।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत राज्य शासन द्वारा हर क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए हर वर्ग को राहत पहुंचाने का बीड़ा उठाया। इसी क्रम में प्रदेश के सभी जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था स्थापित करने के लिये फीवर क्लीनिक खोलने का निर्णय लिया। फीवर क्लीनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक कारगर वैकल्पिक व्यवस्था बन कर उभरे है।
प्रदेश में अभी तक 2 लाख 10 हजार 309 लोगों को न केवल उपचार का लाभ दिया गया, बल्कि उन्हें चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा भी मिली है। इन क्लीनिकों में चिकित्सकों द्वारा नि:शुल्क परामर्श के साथ सर्दी, खांसी और बुखार वाले व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है। आवश्यकता होने पर संदिग्ध मरीजों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।
प्रदेश में संचालित 909 फीवर क्लीनिक में भोपाल संभाग के 130 फीवर क्लीनिक में 8 हजार 700 व्यक्तियों, रीवा संभाग के 107 फीवर क्लीनिक में 30 हजार, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 141 फीवर क्लीनिक में 20 हजार 238, जबलपुर संभाग के 179 फीवर क्लीनिक में 53 हजार 196, शहडोल संभाग के 71 फीवर क्लीनिक में 49 हजार 295, इंदौर संभाग के 160 फीवर क्लीनिक में 29 हजार, उज्जैन संभाग के 111 फीवर क्लीनिक में 13 हजार 316, सागर संभाग के 86 फीवर क्लीनिक में 11 हजार 83 और होशंगाबाद संभाग के 35 फीवर क्लीनिक में 8 हजार 797 लोगों ने आकर नि:शुल्क चिकित्सकीय परामर्श एवं नि:शुल्क उपचार लिया।