मध्यप्रदेश के भोपाल में गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह ने बताया की इस सदी की सबसे भीषण और जानलेवा महामारी का सामना देश-दुनिया ने किया है,देश-दुनिया में लाखों लोग मृत्यु की शरण हुए है। कोरोना काल में देशभर में लगभग 4 लाख से अधिक पुलिसकर्मी और सीपीएफस के कर्मचारी-अधिकारी भी संक्रमित हुए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भोपाल में आज 22 अप्रैल को पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 22-23 अप्रैल 2022 को सीएपीटी (केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी) कान्हासैया, भोपाल में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का आयोजन के दौरान उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे ।
अमित शाह ने कहा की लगभग 2700 से ज्यादा लोगों की मृत्यु भी हुई। इस कालखंड के दौरान देश की पुलिस का एक अलग चेहरा देश की जनता के सामने आया है।पुलिस का कार्य भी प्रशंसा के पात्र हैं परन्तु इस प्रकार की बात पहले सुनाई नहीं पड़ती थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा मैं आज देशभर के पुलिस बल को अभिनंदन देना चाहता हूँ।
हम जहाँ पर भी जाते हैं। वहाँ पुलिस बल द्वारा कोरोना के समय की गयी कार्यवाही की भूरी-भूरी प्रशंसा होती है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया पुलिस का एक मानवीय चेहरा और आपदा के समय पुलिस क्या कर सकती है; इसका एक उत्कृष्ट और सराहनीय उदाहरण देश की जनता के समक्ष सभी बलों ने, कोई आयोजन के बगैर स्वभावगत ही प्रस्तुत किया।
जो पुलिस का स्वभाव होता है; हर व्यक्ति को मदद करना। इसका प्रदर्शन करते हुए सबके सामने रखा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा मैं आज उन 2712 जवानों को जो अपनी ड्यूटी निभाते-निभाते, प्रथम पंक्ति में महामारी का सामना करते हुए अपनी जान गवाए हैं। उन सभी को विनम्र श्रद्धांजलि भी देना चाहता हूँ क्योंकि उन्होंने कोरोना का सामना प्रथम पंक्ति में रहकर किया है; लोगों को मदद करने के लिए किया।
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया की किसी को खाना पहुंचाने के वक्त कोरोना लग गया, किसी को अस्पताल ले जाने के वक्त लग गया और किसी को अंतिम संस्कार में मदद करते वक्त कोरोना लग गया। वह भी मृत्यु की शरण में चले गये।
उन सभी परिवारों के प्रति भी मैं अपनी संवेदना प्रकट करना चाहता हूँ। इन सभी 2712 जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता हूँ।