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विकास के लिए सुरक्षा और सुरक्षा के लिए पुलिस जरूरी

मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल 48 वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के समापन समारोह में हुए शामिल

पुलिसिंग की सार्थकता भाई है तो भार नहीं की भावना में

 

मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि विकास के लिए सुरक्षा और सुरक्षा के लिए पुलिस जरूरी है। उन्होंने एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि एक बस यात्रा में उन्होंने देखा कि बस की लंबी प्रतीक्षा के दौरान युवती छोटे बच्चे को गोद में ही लिए रही। पूछने पर युवती ने कहा कि भाई है तो भार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिस जिम्मेदारी के साथ युवती ने भाई को गोदी में लिया हुआ था। जिम्मेदारी के ऐसे भाव और भावनाओं वाली पुलिस के रुप में समाज और देश में उसकी पहचान होना चाहिए।

राज्यपाल श्री पटेल आज केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भोपाल में पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो की 48 वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस में देश के विभिन्न प्रदेशों के 90 से अधिक प्रतिनिधियों ने पुलिसिंग से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि पुलिसिंग को बदलते वक्त के अनुरूप रिएक्टिव से प्रिडिक्टिव बनना होगा। पीड़ित व्यक्तियों को न्याय दिलाने और जनता को समाज विरोधी तत्वों से बचाने की जिम्मेदारी लेना होगी। पुलिस का व्यवहार संवेदनशील, कार्य का भाव एवं भावनाएँ मदद और भरोसा प्राप्त करने की होनी चाहिए। उन्होंने पिछले दिनों आगजनी के दौरान जलते हुए घर में प्रवेश कर पुलिस कर्मी द्वारा छोटे बच्चे को सीने से लगा कर बचाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिसिंग का यह सर्वोत्तम प्रमाण एवं अनुकरणीय उदाहरण है। उन्होंने प्रतिभागियों से अपेक्षा की है कि वे संगोष्ठी के चिंतन को पुलिसिंग के सभी स्तरों पर प्रसारित करेंगे और सैद्धांतिक विचार-विमर्श को जमीन पर क्रियान्वित कर मानवता के कल्याण और पुलिस की क्षमता को बढ़ाने में सहयोगी होंगे। पुलिस और समाज के संबंधों को और अधिक मज़बूत बनाएंगे

महानिदेशक पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो श्री बालाजी श्रीवास्तव ने संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों में हुई कार्रवाई का विवरण दिया। उद्घाटन-सत्र में केंद्रीय गृहमंत्री ने डेटा एनालिसिस की महत्ता राज्यों के कॉमन इनफार्मेशन सिस्टम और पुलिसिंग के नए तरीकों पर विशेष बल दिया। अन्य सत्रों में पुलिस जाँच के विभिन्न पक्षों पर बारीकी से चर्चा की गई। नवीन प्रौद्योगिकी, नवाचार और महामारी के अनुभवों के आधार पर प्रशिक्षण के ब्लेंडेड मॉड्यूल की आवश्यकता पर भी विचार किया गया।

अपर महानिदेशक पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो श्री नीरज श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन किया। केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भोपाल के निदेशक श्री पवन श्रीवास्तव, डायरेक्टर आर.एंड सी.ए. सुश्री अनुपमा नीलेकर चंद्रा उपस्थित थे।

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