भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में 20 अगस्त से सभी यात्री बसों को पूरी क्षमता के साथ चलने की अनुमति होगी, परन्तु मास्क लगाना और सभी सावधानियों का पूरा पालन बस संचालकों को सुनिश्चित करना होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में जल्दी पहचान एवं तुरंत इलाज की रणनीति पर प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। सभी कलेक्टर्स अपने जिलों में पर्याप्त टेस्टिंग, इलाज आदि की सर्वोत्तम व्यवस्था करें। प्रभारी अधिकारी प्रभार के जिलों में निरंतर मॉनीटरिंग कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में वी.सी. से नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शामिल हुए। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।
इंदौर में चल रहा है सीरो सर्वेलेन्स
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्म्द सुलेमान ने बताया कि इंदौर में कोरोना का सीरो सर्वेलेन्स चल रहा है, जो एक-दो दिन में पूरा हो जाएगा। इस सर्वे से यह पता चल जाएगा कि कितने प्रतिशत जनसंख्या में कोरोना के एंटीबॉडीज डेवलप हो गए हैं। इसके बाद उज्जैन एवं भोपाल में सीरो सर्वेलैन्स कराया जाएगा।
इंदौर में 179, भोपाल में 114 नए प्रकरण
जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर जिले में 179, भोपाल में 114, ग्वालियर में 97, जबलपुर में 91, सागर में 25, खरगौन में 24 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। टीकमगढ़ जिले में गत सात दिनों में पॉजिटिविटी दर 10.19 है। वहीं हरदा की 18 प्रतिशत है। शहडोल में 20 तथा सिवनी में 15 नए प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि इन जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाए।
24 घंटे में आ जानी चाहिए टेस्टिंग की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुछ जिलों से कोरोना की टैस्टिंग रिपोर्ट लेट आने की सूचना आ रही है। इस संबंध में सभी संभागायुक्त अपने संभाग केजिलों में टैस्टिंग की रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाए यह सुनिश्चित करें।
सैम्पलिंग कम न हो
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुछ जिलों में टेस्टिंग कम है, अत: संबंधित कलेक्टर्स टैस्टिंग बढ़ाएं। जिलों के लिए बनाए गए प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों में टेस्टिंग बढ़ाया जाना सुनिश्चित करें। अपने जिलों की पूरी चिंता करें, रोज समीक्षा करें, समय-समय पर वहां के दौरे करें।
प्रदेश की रिकवरी रेट 75.4 प्रतिशत
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश की रिकवरी रेट 75.4 प्रतिशत है। प्रदेश में कोरोना एक्टिव मरीज 10 हजार 717 हैं तथा तुलनात्मक दृष्टि से देश में मध्यप्रदेश का 16वां स्थान है। प्रदेश की टेस्टिंग क्षमता 13 हजार 254 प्रति दस लाख है। उन्होंने प्रदेश की कोरोना टेस्टिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए।
ग्वालियर जिले की मृत्यु दर 0.75 प्रतिशत
ग्वालियर जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां कोरोना मृत्यु दर 0.75 प्रतिशत है जबकि प्रदेश की मृत्यु दर 2.40 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके लिए सभी संबंधितों की सराहना करते हुए कहा कि इसे शून्य पर लाने के हरसंभव प्रयास किए जाए। उन्होंने अन्य जिलों में भी जल्दी पहचान एवं इलाज की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था द्वारा मृत्यु दर को न्यूनतम किए जाने के निर्देश दिए।