11 अक्टूबर को पूरा मध्यप्रदेश शिवमय होने जा रहा है। अवसर होगा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदेश की ऐतिहासिक, पौराणिक धार्मिक नगरी उज्जैन में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण। उज्जैन में “श्री महाकाल लोक” के साथ ही पूरे प्रदेश में गाँव-गाँव, शहर-शहर देवालयों में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर शिव भजन, पूजन, कीर्तन, अभिषेक, आरती करेंगे। शंख-ध्वनि होगी, घंटे-घड़ियाल बजाए जाएंगे। मंदिरों, नदियों के तट तथा घर-घर दीपक जलाए जाएंगे। धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा भोजन-भंडारे होंगे।
कार्तिक मेला ग्राउंड उज्जैन में प्रधानमंत्री श्री मोदी के सभा-स्थल पर शिवमय थीम पर केन्द्रित साज-सज्जा की जाएगी। साथ ही विशेष ध्वनि, प्रकाश एवं सुगंध के माध्यम से मंदिर के पवित्र वातावरण का निर्माण किया जाएगा। संतों के लिए अलग से मंच की व्यवस्था की गई है। प्रख्यात गायक श्री कैलाश खेर द्वारा महाकाल स्तुति गान होगा।
उज्जैन एवं इंदौर संभाग की प्रत्येक ग्राम-पंचायत से श्रद्धालु कार्यक्रम स्थल पर पहुँचेंगे। धार्मिक अनुष्ठान संपादित करने वाले तड़वी, पटेल, पुजारी और विभिन्न समुदायों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे। सभा स्थल पर 60 हजार से अधिक नागरिकों की उपस्थिति की संभावना है। उज्जैन में शिप्रा नदी के सभी घाटों पर लगभग एक लाख श्रद्धालु एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम देखेंगे।
प्रत्येक ग्राम के किसी एक मंदिर में सभी ग्रामवासी एकत्रित होकर पूजन-पाठ-अनुष्ठान करेंगे। इसी प्रकार शहरी वार्डों के प्रमुख मंदिरों में भी धार्मिक-आयोजन होंगे। इन सभी स्थान पर भी एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था रहेगी। प्रदेश के सभी शासकीय देव-स्थानों पर दीपमालाएँ जला कर रोशनी की जाएगी। प्रदेश के सभी बड़े शिव मंदिरों जैसे टीकमगढ़ का बांदकपुर मंदिर, छतरपुर का जटाशंकर मंदिर आदि स्थानों में सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। यहाँ बड़ी स्क्रीन लगाकर कार्यक्रम का प्रसारण होगा। भजन-पूजन, भोजन-भंडारों की व्यवस्था भी होगी
उज्जैन एवं इंदौर संभाग के हर जिले से विभिन्न समाज और संस्थाओं के अध्यक्ष, पार्षद, सरपंच, तड़वी, पटेल, पुजारी आदि को लोकार्पण कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है, जो अपने-अपने क्षेत्र से जल लेकर आएंगे और उज्जैन रुद्रसागर में समर्पित करेंगे। आगामी 11 अक्टूबर को संध्या काल में महाकाल लोक परिसर के लोकार्पण के समय प्रदेश में नागरिकों द्वारा घर-घर दीपक जलाए जाएंगे।