होम आइसोलेशन” वाले मरीजों के मॉनीटरिंग की अच्छी व्यवस्था करें- मुख्यमंत्री श्री चौहान
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज जिनके घर में इसके लिए व्यवस्था है तथा जो घर पर ही रहना चाहते हैं, उनके ‘होम आइसोलेशन’ के दौरान उनके उपचार एवं देखभाल की मॉनीटरिंग की अच्छी व्यवस्था बनाएं। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग गाइड लाइन तैयार कर प्रत्येक जिले को भिजवाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि चूंकि अब कस्बों एवं गांवों में भी कोरोना संक्रमण हो रहा है अत: जिलों की ही तरह सब डिविजन स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए जाएं, जो वहां की परिस्थितियों के अनुरूप कोरोना नियंत्रण का कार्य करें। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि इस संबंध में जिलों को विस्तृत निर्देश जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कान्फ्रेंस में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, डीजीपी श्री विवेक जौहरी तथा अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
टेस्ट बढ़ाए जाएं
कटनी जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि गत 7 दिनों में वहां पॉजिटिविटी दर 7.36 प्रतिशत आई है। जिले में वर्तमान में 221 पॉजीटिव व 77 एक्टिव मरीज हैं, 139 स्वस्थ होकर घर गए है तथा 5 मृत्यु हैं। जिले में टेस्टिंग कम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिलें में टेस्टिंग बढ़ाई जाए तथा पूरी सर्तकता के साथ काम किया जाए।
अन्य राज्यों से आने वालों की स्क्रीनिंग अनिवार्य
सिंगरौली जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां गत 7 दिन में कोरोना के 91 नए प्रकरण आए हैं। जिला जेल में 27 प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना स्वास्थ्य जाँच के कोई भी व्यक्ति जिले में न आए। जेल में भी क्वारेंटाइन हैल्थ स्क्रीनिंग आदि की समुचित व्यवस्था हो।
क्वारेंटाइन की गाइडलाइन फिर से जारी करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए हे कि ‘क्वारेंटाइन’ एवं ‘आइसोलेशन’ किए जाने के संबंध में जिलों को गाइडलाइन दोबारा जारी करें। एसीएस हैल्थ ने बताया कि जो मरीज कोविड पॉजीटिव हैं, उनका परिस्थिति अनुसार ‘होम आइसोलेशन’ किया जा सकता है तथा जो संदिग्ध हैं, उनका ‘होम आइसोलेशन’ अथवा ‘संस्थागत क्वारेंटाइन’ किया जा सकता है।
इन 5 जिलों में सर्वाधिक नए मरीज
जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और मुरैना में सर्वाधिक क्रमश: 184,138,61,35 तथा 32 कोरोना प्रकरण पाए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन सभी जिलों में विशेष ध्यान रखे जाने के निर्देश दिए।
प्रदेश में 1185 मरीज ‘होम आइसोलेशन’ में
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में बिना लक्षण वाले 1185 कोरोना मरीजों को ‘होम आइसोलेशन’ में रखा गया है, इनमें से मुख्यरूप से इंदौर में 492, जबलपुर में 326, ग्वालियर में 113, भोपाल में 47 तथा शिवपुरी में 42 मरीजों को ‘होम आइसोलेशन’ में रखा गया है।
सतना एवं झाबुआ भी विशेष ध्यान दें
सतना एवं झाबुआ जिले की समीक्षा में वहां पॉजिटिविटी रेट अधिक पाए जाने पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिए। झाबुआ जिले को टेस्टिंग बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए। वहां प्रति व्यक्ति 10 लाख टेस्टिंग 2 से 2.5 हजार है, जो कि काफी कम है।