स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने शहडोल के सीएमएचओ और सिविल सर्जन को हटाया
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने शहडोल के सीएमएचओ और सिविल सर्जन को हटाया
मंत्री श्री सिलावट और श्री मरकाम ने किया अस्पताल का निरीक्षण
भोपाल, 15 जनवरी, 2020
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और आदिम जाति कल्याण मंत्री और शहडोल जिला प्रभारी मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने शहडोल पहुँचकर जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हाल ही में 6 बच्चों की असामयिक मृत्यु के संबंध में उन्होंने विस्तृत जानकारी प्राप्त की। स्वास्थ्य मंत्री ने शहडोल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को वर्तमान दायित्व से हटा दिया है। बच्चों की मृत्यु की घटना की जाँच पश्चात अन्य आवश्यक कार्यवाही भी की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने शहडोल की घटना को गंभीरता से लिया है। उनके निर्देश हैं कि ऐसी घटनाओं में लापरवाही करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रदेश के सभी संभागायुक्तों के मार्गदर्शन में विशेष कार्य दल गठित कर बच्चों के उपचार के लिये स्थापित अस्पतालों की चाइल्ड केयर यूनिट और संबंधित उपचार इकाइयों के निरीक्षण का कार्य कराया जायेगा। संभागीय कमिश्नर की अध्यक्षता में गठित दल में संबंधित जिला कलेक्टर, सिविल सर्जन और सीएमएचओ के साथ ही विशेषज्ञ भी शामिल रहेंगे। यह दल उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त करेगा और इन सुविधाओं को किस तरह बेहतर बनाया जा सकता है, इसका अध्ययन कर राज्य सरकार को प्रतिवेदन सौंपेगा।
स्वास्थ्य मंत्री और प्रभारी मंत्री ने दिये तीन दिन में अस्पताल का कायाकल्प करने के निर्देश
मंत्री द्वय ने चिकित्सकीय व्यवस्थाओं और अस्पताल में वार्डों की उचित साफ सफाई के निर्देश दिये। उन्होंने तीन दिन में जिला चिकित्सालय की सभी व्यवस्थाएँ सुधारने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने ने रोगियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने आर.ओ. लगाने के निर्देश दिये। श्री सिलावट एवं श्री मरकाम ने अस्पताल में भर्ती रोगियों और उनके परिजन से भी बातचीत कर मिल रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की।
राजधानी भोपाल में भी हुई समीक्षा बैठक
स्वास्थ्य मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने आज सुबह शहडोल रवाना होने के पूर्व भोपाल में सम्पन्न समीक्षा बैठक में प्रदेश भर में बच्चों के उपचार के लिये संचालित इकाइयों की कार्य पद्धति पर जानकारी लेते हुए विस्तृत प्रतिवेदन तैयार करने के निर्देश दिये। जिलों में अस्पतालों की चाइल्ड केयर यूनिट में आवश्यक संसाधनों से अवगत करवाने के निर्देश भी दिये गये।