मुश्किल समय में भी शिक्षक निभा रहे महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी
भोपाल । स्कूल शिक्षा विभाग, राज्य शिक्षा द्वारा केंद्र 21 अगस्त को फेसबुक लाइव के माध्यम से आयोजित राज्य स्तरीय शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में हमारा घर, हमारा विद्यालय कार्यक्रम के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई।
इस मौके पर आयुक्त, राज्य शिक्षा केंद्र, श्री लोकेश जाटव ने कहा कि कोरोना संकटकाल में भी शिक्षकों के द्वारा बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। हमारा घर, हमारा विद्यालय कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य कोविड-19 के संकटकाल में शालाएँ बंद होने की अवधि में सीखने की प्रक्रिया को रुकने न देना है। उन्होंने कहा कि सभी सावधानियों का ध्यान रखते हुए 6 जुलाई से हमने जो प्रयास शुरू किए हैं, उनमें रेडियो, टीवी, व्हॉट्सएप जैसे माध्यमों से बच्चों तक शिक्षा सामग्री पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है। सीखने के सभी साधनों को समाहित कर यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। डिजिलेप, वाट्सएप समूहों के माध्यम से विभिन्न शैक्षिक सामग्री प्रदान की जा रही है। शिक्षकों से अपेक्षा है कि इस कार्यक्रम की व्यापक पहुँच के लिए पालकों एवं बच्चों से निरंतर संपर्क बनाए रखें।
शिक्षकों को प्रोत्साहन के रूप में राज्य-स्तरीय संवाद कार्यक्रम में खंडवा की शिक्षिका श्रीमती सीमा श्रीबाथो की प्रेरणादायक सफलता की कहानी भी वीडियो के रूप में साझा की गई। इसमें श्रीमती सीमा ने घर-घर जाकर विद्यार्थियों से चर्चा की, प्रश्न पूछे एवं सुनिश्चित किया कि उन पर ऑनलाइन शिक्षा का सकारात्मक प्रभाव हो।
आयुक्त श्री जाटव ने बताया कि हमारा घर, हमारा विद्यालय कार्यक्रम के सिलसिले में 24 से 28 अगस्त की अवधि के दौरान सभी विकासखंडों में शिक्षकों के लिए शैक्षिक संवाद का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य ‘हमारा घर-हमारा विद्यालय’ कार्यक्रम की सफलता में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को सुनिश्चित करना है। इस संबंध में आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र श्री जाटव ने कहा कि शिक्षकों को एक-दूसरे से बातचीत करने, अपने अनुभवों पर चर्चा करने और अपने साथियों से सीखने का अवसर प्रदान करने की भी आवश्यकता है। यह शैक्षिक संवाद इन्हीं लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाएं। शैक्षिक गतिविधियों के क्रियान्वयन में शिक्षकों के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
एम-शिक्षामित्र एप पर रिपोर्ट की गई शिक्षकों की भागीदारी
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ‘हमारा घर-हमारा विद्यालय’ कार्यक्रम की रिपोर्टिंग के लिए एम-शिक्षामित्र एप पर रिर्पोटिंग प्रारंभ की गई है जिसमें शिक्षक स्वयं उनके द्वारा किए गए कार्यों की रिर्पोटिंग दर्ज करते हैं। इसके अंतर्गत दतिया, हरदा, छतरपुर, सिंगरौली एवं बैतूल जिलों में शिक्षकों ने सर्वाधिक रिर्पोटिंग फॉर्म भरे हैं इन टॉप 5 ज़िलों की प्रशंसा करते हुए अन्य जिलों को भी टॉप 5 में आने के लिए प्रेरित किया गया।
सीएम राइज़ डिजिटल शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम की समीक्षा
श्री जाटव ने सीएम राइज़ कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी शिक्षक इन प्रशिक्षणों में भागीदारी सुनिश्चित करें, ताकि वे स्वयं प्रेरित होकर बच्चों को भी प्रेरित कर सकें और प्रभावी शिक्षणकर सकें।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा फेसबुक लाइव के माध्यम से आयोजित इस शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में प्रदेश के लगभग 1 लाख 30 हज़ार शिक्षकों एवं मैदानी सहयोगियों ने सहभागिता की।