मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर में डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में की समीक्षा
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। हम शीघ्र ही सभी के सहयोग से प्रदेश में कोरोना को पूर्ण रूप से परास्त करेंगे। अस्पताल में कोरोना के इलाज की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। प्रदेश में कोरोना की मृत्यु दर निरंतर नीचे जा रही है तथा हमारे प्रयास हैं कि कोरोना का हर मरीज स्वस्थ होकर घर जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ग्वालियर में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, मंत्रीगण श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, श्रीमती इमरती देवी, श्री भारत सिंह कुशवाह, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर, संभागायुक्त श्री एमबी ओझा, आयुक्त जनसंपर्क डॉक्टर सुदाम खाडे, पुलिस महानिरीक्षक श्री राजाबाबू सिंह आदि उपस्थित थे।
50 लाख का चैक और सरकारी नौकरी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के खिलाफ जंग में अपने प्राणों की आहुति देने वाली कोरोना योद्धा स्व. हेमलता वर्मा की पुत्री कु. प्रीति वर्मा को 50 लाख रूपए की सहायता राशि का चैक सौंपा। मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना के तहत यह सहायता राशि दी गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रीति वर्मा को सरकारी नौकरी दिये जाने के संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को इस आशय का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती हेमलता वर्मा की ड्यूटी कोविड-19 के सर्वे कार्य में लगी थी। ड्यूटी के दौरान वे कोरोना से संक्रमित हो गई थी। ग्वालियर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज के दौरान गत 28 जून को उनकी मृत्यु हो गई थी। |
जिले में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर जिले में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण है। यहां की मृत्यु दर भी काफी कम है, जिसका एक कारण यहां के निवासियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना है। परंतु पिछले कुछ दिनों से थोड़ा संक्रमण बढ़ा है। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य इस संबंध में वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कार्य करें। संक्रमण बिल्कुल नहीं फैलना चाहिए।
बाजारों में हो फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाजार खुले रहें परंतु बाजारों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। हर व्यक्ति अनिवार्य रूप से मास्क पहने, एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनाकर रखें, यहां-वहां न थूकें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें।
चार हजार बिस्तरों की व्यवस्था सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना इलाज के लिए चयनित अस्पतालों एवं आइसोलेशन सेंटर्स में कम से कम 4 हजार बिस्तरों की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित सभी चिकित्सकीय इंतजाम पुख्ता होने चाहिए। अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी अस्पताल निर्धारित रहे।
15 जुलाई तक पूर्ण करें सर्वे का कार्य
समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने निर्देश दिए कि किल कोरोना अभियान के अंतर्गत चल रहे सर्वे की गति बढ़ाई जाए तथा 15 जुलाई तक सर्वे कार्य पूर्ण कर लिया जाए। जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं उनकी जांच की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किल कोरोना अभियान के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। हम एक-एक कोरोना मरीज की पहचान कर, उनका इलाज कर प्रदेश को कोरोना मुक्त करेंगे।
संक्रमण का पता लगाने पूल सैंपलिंग का कार्य
बैठक में कलेक्टर श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि जिले में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए पूल सैंपलिंग का काम प्रमुखता से किया जा रहा है। अब तक जिले में लगभग 9 हजार पूल सैंपल कराए गए हैं, जिनमें मात्र 25 कोरोना संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री भी ट्रेस की गई है। इससे स्पष्ट है कि जिले में सामुदायिक संक्रमण जैसी कोई स्थिति नहीं है।
जिले में संक्रमण का प्रतिशत 2.8
कलेक्टर ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण का प्रतिशत 2.8 है। अब तक कुल 29 हजार कोरोना की जांच हो चुकी है। जिले में संचालित 30 फीवर क्लीनिक में स्वास्थ्य जांच प्रमुखता से कराई जा रही है। संक्रमित क्षेत्रों में वार्ड समितियों का सहयोग लिया जा रहा है। जो बिना मास्क के घूमते मिलते हैं उन्हें जागरूक कर उनसे कोरोना वॉरियर्स के रूप में सेवा कार्य लिया जा रहा है।