मध्यप्रदेश में सुनिश्चित करेंगे “स्वस्थ बचपन तथा सुरक्षित मातृत्व”
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश को कुपोषण मुक्त करने का संकल्प लिया है। इसके लिए प्रदेश में अल्पकालीन, मध्यावधि एवं दीर्घकालीन रणनीति बनाई गई है। प्रदेश में सभी प्रकार के कुपोषण को खत्म कर मौजूदा बाल मृत्यु दर 56 प्रति हजार से घटाकर 25 प्रति हजार तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ कर मौजूदा मातृमृत्यु दर 173 प्रति 10 दस लाख से घटाकर 70 तक लाने की योजना बनाई गई है। कुपोषण के दुष्चक्र को तोड़ने के लिए ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों के दायित्व निर्धारित किए गए हैं।
मध्यप्रदेश को कुपोषण के कलंक से पूर्ण रूप से मुक्त करने की शुरूआत मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा देश के यशस्वी एवं दूरदर्शी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितम्बर से की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान का संकल्प है कि प्रदेश का कोई भी बच्चा कुपोषित न रहे। उनका नारा है ‘स्वस्थ बचपन और सुरक्षित मातृत्व’। इसको पूरा करने में प्रदेश में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
प्रदेश में गरीब कल्याण सप्ताह का आयोजन 16 से 23 सितम्बर तक किया जा रहा है। सप्ताह के अंतर्गत प्रतिदिन अलग-अलग विभागों से संबंधित गरीबों के कल्याण से संबंधित कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसी कड़ी में 17 सितम्बर को प्रदेश के समस्त आंगनवाड़ी केन्द्रों के कुपोषित बच्चों को पौष्टिक, सुगंधित दूध वितरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा भोपाल से 17 सितम्बर को दोपहर 12.00 बजे करेंगे।
कार्यक्रम के अंतर्गत 1 लाख 10 हजार 747 लाड़ली लक्ष्मी को सिंगल क्लिक के माध्यम से योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश के 601 नवीन आंगनवाड़ी भवनों का लोकार्पण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान राज्य स्तरीय पोषण प्रबंधन रणनीति भी जारी करेंगे। आंगनवाड़ियों में वितरण के लिए स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार की गई कोदो-बर्फी वितरण का शुभारंभ भी मुख्यमंत्री द्वाराकिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान कुपोषित बच्चों की माताओं से संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के संबोधन के पश्चात दोपहर 1.00 बजे कार्यक्रम का समापन होगा।
प्रमुख तथ्य
सुपोषित प्रदेश के संकल्प के लिए 97,135 ग्राम/शहरी वार्ड की 52 जिलों की एवं राज्य की पोषण प्रबंधन रणनीति तैयार।
सभी कुपोषित बचों को पौष्टिग सुगंधित दूध वितरण।
लाड़ली लक्ष्मी योजना अंतर्गत अब तक कुल 36 लाख से अधिक बालिकाओं का पंजीकरण।
कुल 356443 बालिकाओं को राशि 75.55 करोड़ रूपए की छात्रवृत्ति का भुगतान।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के तहत लगभग 10.12 करोड़ राशि, 50 हजार से अधिक हितग्राहियों को वितरित की जा रही है।
डिंडौरी जिले के तेजस्विनी समूहों द्वारा कोदो बर्फी एवं कोदो खिचड़ी का उत्पादन।
601 नवीन आंगनवाड़ी भवनों का लोकार्पण।
लगभग 50000 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर ‘न्यूटी गार्डन’ के तहत वृक्षारोपण।