मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा विदिशा एजुकेशन हब बने
अब निर्माण और विकास कार्यो को गति देने सभी जिलों में जाऊँगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान
कन्या महाविद्यालय के निर्माण कार्यो का लिया जायजा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा प्रयास है कि विदिशा आइडियल जिले के साथ एजुकेशन हब के रूप में भी अपनी पहचान बनाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास और निर्माण कार्यो को गति देने के लिए लगातार जिलों का दौंरे करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को विदिशा में शासकीय कन्या महाविद्यालय में लगभग साढ़े आठ करोड़ रूपये की लागत से निर्माणाधीन साइंस ब्लाक के कक्षों और कन्या छात्रावास के कार्यो का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्माण ऐजेन्सियों के अधिकारियों को सभी निर्माण कार्य मार्च 2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण कार्यों में देरी हुई है। लेकिन विदिशा में कार्य की गति संतोषजनक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विदिशा में अभियांत्रिकी कॉलेज पूर्व से है, मेडिकल कॉलेज के अलावा अन्य कोर्सेज में भी लगातार नए संस्थान बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदिशा एजुकेशन हब के रूप में पहचान बनाता है तो सरकार इस दिशा में सभी तरह की मदद करेंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्माण कार्यो की गुणवत्ता को उत्कृष्ट बनाने के लिए निर्माण स्थल पर मटेरियल लेब भी बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्टर को निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये। बीडीए के सीईओ श्री बुद्धेश वैद्य ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य के बारे में जानकारी दी।
रुद्राक्ष का पौधा रोपा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शासकीय कन्या अग्रणी महाविद्यालय के गार्डन परिसर में रूद्राक्ष का पौधा भी रोपा। विधायक श्री उमाकांत शर्मा, श्रीमती लीना जैन, श्रीमती राजश्री सिंह एवं जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी सहित अधिकारी मौजूद रहें।
बाढ़ वाले गणेश मंदिर में पूजा अर्चना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान के साथ बेतवा नदी के तट पर स्थित श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री श्री चौहन ने मंदिर के विस्तारीकरण कार्यो का भूमि-पूजन भी किया। उन्होंने निर्देश दिए कि मंदिर के समीप निर्माणाधीन ब्रिज के कारण मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी भी प्रकार का अवरोध उत्पन्न न हो।