मछुआ संघो के सदस्यो को आधुनिक तकनीक सीखने के लिए अन्य प्रान्तों में भेजा जाएगा- मंत्री श्री सिलावट
भोपाल । मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट की अध्यक्षता में मप्र मत्स्य महासंघ की 24 वी वार्षिक बैठक में सामूहिक अनुमोदन से आगामी वर्ष के लिए 12 हजार मैट्रिक टन मछली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष संघ को 9 करोड से अधिक की शुद्ध आय प्राप्त हुई है। शासन 6 रुपए प्रति किलो के मान से 3 करोड़ 18 लाख की रॉयल्टी भी दी गई है।
मंत्री श्री तुलसी राम सिलावट ने कहा कि आत्म निर्भर मध्यप्रदेश के लिए विभाग और मत्स्य महासंघ की भूमिका महत्वपूर्ण हैं मछुआ महासंघ के सदस्यों के जीवन में सामाजिक आर्थिक बदलाव लाने के लिए संघ प्रभावी भूमिका निभा सकता है। सहकार के बिना उद्धार संभव नहीं है। इसके लिए सामूहिक रुप से प्रयास किये जाने चाहिये। श्री सिलावट ने कहा कि मत्स्य उत्पादन बढ़ाने के लिये नई तकनीकों का प्रयोग करें, इसके लिए मछुआ संघ के सदस्यों को ज्यादा मछली उत्पादन करने वाले प्रदेशो में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाए। वैज्ञानिक तकनीकों का प्रयोग कर प्रदेश में मत्स्य उत्पादन बढ़ाया जाये।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि मछुआ संघ के सदस्यों के बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिये स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाए जाये। उन्होंने कहा कि कृषि की तुलना में मछली उत्पादन व्यवसाय से अधिक लाभ कमाया जा सकता है। अधिक से अधिक लोग इस व्यवसाय से जुड़ेंगे तो उनका जीवन स्तर बेहतर होगा।
महासंघ की सभा मे बताया गया कि 1 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में मध्यंम और बड़े तालाब में आधुनिक तकनीक का प्रयोग शुरू किया गया है