नागरिकता बिल के पास होने पर सोनिया गांधी बोलीं- संवैधानिक इतिहास का काला दिन
नागरिकता बिल के पास होने पर सोनिया गांधी बोलीं- संवैधानिक इतिहास का काला दिन
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल के राज्यसभा से पास होने पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए आज के दिन को देश के संवैधानिक इतिहास का काला दिन करार दिया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक ऐसे बंटे भारत का निर्माण करेगा, जहां धर्म राष्ट्रवाद का निर्धारक होगा।
नागरिकता संशोधन विधेयक के पास होने पर कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बयान जारी कर कहा कि आज का दिन भारत के संवैधानिक इतिहास में एक काले दिन के तौर पर दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के राज्यसभा से पास होने से भारत की बहुलता पर संकीर्ण और कट्टरपंथी मानसिकता वालों की जीत हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बुनियादी तौर पर यह विधेयक उस विचार के खिलाफ है, जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि यह विधेयक एक ऐसे विभाजित भारत का निर्माण करने वाला है, जहां धर्म राष्ट्रवाद का निर्धारक बन जाएगा।
अपने बयान में सोनिया गांधी ने कहा कि ये विधेयक न सिर्फ हमारे संविधान में निहित समानता और और धार्मिक समानता के सिद्धांतों का अपमान करता है, बल्कि ये उस भारत को खारिज करता है, जिसमें धर्म, जाति, भाषा, रंग-रूप आदि के आधार पर भेदभाव के बिना अपने सभी नागरिकों को स्वतंत्रता के साथ जीने का अधिकार है। ये विधेयक हमारे स्वतंत्रता संग्राम का अपमान करने के साथ ही राष्ट्र की आत्मा का उल्लंघन करता है।
सोनिया गांधी ने कहा कि हमारा देश हमेशा से एक ऐसा देश रहा है, जहां सभी देशों के हर धर्म के नागरिकों को संरक्षण दिया गया। हम एक गौरवशाली देश रहे हैं, जिसे कुछ असुरक्षित महसूस करने वाले लोग तोड़ नहीं सकते। हम एक स्वतंत्र भारत के लिए हमेशा से दृढ़संकल्पित रहे हैं, जहां सभी की आवाजें सुनी जाती हों, सभी संस्थाएं अपना काम आजादी से करती हों। और ऐसा तभी होगा, जब हमारे लोग लिबरल रहें और सरकार और राजनीतिक ताकतें नागरिकों के अधिकारों को कायम रखने के लिए अपने आप को समर्पित कर दें।