नये विश्वविद्यालय के लिये गाँधी स्तंभ स्थापित करना अनिवार्य
नये विश्वविद्यालय के लिये गाँधी स्तंभ स्थापित करना अनिवार्य
धर्मपाल स्मृति व्याख्यानमाला में मंत्री श्री जीतू पटवारी
भोपाल। मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा है कि विद्यार्थियों को मानवीय अवधारणा में पारंगत करने के लिये महात्मा गाँधी की विचारधारा से अवगत कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में किसी भी नए विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए गाँधी स्तंभ स्थापित करना अनिवार्य होगा, तभी अनुमति दी जायेगी। श्री पटवारी बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में आयोजित धर्मपाल स्मृति व्याख्यानमाला कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि शिक्षा और साहित्य से जुड़े हर व्यक्ति को गाँधी के विचार और उनकी मानवीय अवधारणा से अवगत होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अंहिंसा, सद्भाव और समानता गाँधी जी के प्रमुख विचार थे। यही हमारे देश की विशेषता भी है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि भावी पीढ़ी को गाँधी जी को जानना इसलिये जरूरी है क्योंकि उन्हीं के दिखाए मार्ग से हम अपने देश को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को गाँधी जी के इन विचारों से रू-ब-रू कराने के लिए हमने 1400 महाविद्यालयों में महात्मा गाँधी पर शोध के लिये गाँधी पीठ की स्थापना की है।
व्याख्यानमाला में ‘ गाँधी को कैसे समझें’ विषय पर साहित्यकार श्री नंद किशोर आचार्य और ‘नागरिकता की समझ’ विषय पर कानूनविद श्री कनक तिवारी ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.जे.राव तथा गाँधी रिसर्च फाउण्डेशन, जलगांव की अधिष्ठाता और इतिहासकार श्रीमती गीता धर्मपाल उपस्थित थीं।