जिलों में टेलेंट सर्च डीएसओ की जिम्मेदारी, कोई एक्सक्यूस नहीं चलेगा- मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया
जिलों में टेलेंट सर्च डीएसओ की जिम्मेदारी, कोई एक्सक्यूस नहीं चलेगा- मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया
भोपाल। मध्यप्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि खेल विभाग दो महत्वपूर्ण कम्पोनेन्ट पर विशेष रूप से कार्य कर रहा है। इसमें इन्क्लूसिव है राज्य में संचालित विभिन्न खेल अकादमियाँ और दूसरे एक्सक्लूसिव कम्पोनेन्ट है ग्रामीण परिवेश में टेलेंट सर्च की। यह दोनों महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ जिला खेल अधिकारियों की होगी। श्रीमती सिंधिया सोमवार को मंत्रालय स्थित एनआईसी कक्ष में 23 ग्वालियर, भोपाल, विदिशा, गुना, सागर, टीकमगढ़, दमोह, पन्ना, जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, मंडला, इंदौर, खरगौन, झाबुआ, धार, उज्जैन, बैतूल, रतलाम, सीधी, सिंगरौली, रायसेन और सीहोर जिले के जिला खेल अधिकारियों से वर्चुअल चर्चा कर रही थी।
खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि अब हर जिले के अधिकारियों के सहयोग के लिए पर्याप्त युवा समन्वयकों को जोड़ा गया है। उनसे अपेक्षा है कि अपने संबंधित जिले के हर तीन महीने, छ: महीने तथा साल भर की गतिविधियों की रिपोर्ट तैयार कर संचालनालय में प्रस्तुत करें। हर जिला खेल अधिकारी जिले में खेलों को लेकर नवाचार कर उन्हें क्रियान्वित भी करें।
फिट इंडिया और खेलो इंडिया पर हो फोकस
खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया ने निर्देश दिए कि हर जिले में फिट इंडिया कैम्पेन के तहत सायक्लोथोन, मैराथान, वॉकथान और योग की प्रतियोगिताएँ आयोजित कर आम नागरिकों को स्वस्थ्य रहने का संदेश पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ। हर युवा कोरडिनेटर अपने क्षेत्र के 50 से 60 आयु वर्ष के नागरिकों को सम्मिलित कर योग, स्ट्रेचिंग आदि के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया प्रधानमंत्री श्री मोदी की अभिनव पहल है, जिसका उद्देश्य हर उम्र के लोगों को शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए प्रोत्साहित करना है।
विधायक कप पुन: होगा प्रारंभ
खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि विभाग द्वारा विधायक कप पुन: प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने सभी जिला खेल अधिकारियों को अपने क्षेत्र में प्रचलित अथवा विधायक द्वारा चाहे गए खेल की रूपरेखा तैयार कर संचालक से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मैपिंग द्वारा विधानसभा क्षेत्र चिन्हित करें, उस क्षेत्र में क्या खेल अधोसंरचना है, स्टेडियम की स्थिति, इंडोर हॉल है या नहीं, इसकी जानकारी तत्काल संचालनालय को छायाचित्र के साथ भेजें।
नुक्कड नाटक के माध्यम से नशा मुक्ति अभियान चलाएँ
खेल मंत्री ने कहा कि युवाओं को नशे की लत से दूर रखना सामाजिक जिम्मेदारी है। जिला खेल अधिकारी नुक्कड नाटक के माध्यम से अपने क्षेत्र में युवाओं को नशे के बुरे परिणामों से अवगत कराएँ, उन्हें खेलों की ओर आकर्षित करें। युवा समन्वयक छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर स्थानीय कलाकारों के साथ समन्वय कर युवाओं को प्रेरित करें।
मलखम्ब फीडर सेंटर प्रतियोगिता मार्च में
खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया ने बताया कि मार्च माह में प्रदेश के 11 मलखम्ब फीडर सेंटर के मध्य इंटर फीडर सेंटर प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि 2005 में मलखम्ब को राज्य खेल घोषित किया गया था। इस प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य मलखम्ब के स्तर की पहचान करना है। इसके दूसरे राज्यों के निर्णायकों को बुलाया जायेगा। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कितने बच्चे अपना हुनर दिखा सकते हैं, इसकी मॉनिटरिंग की जा सकेगी। श्रीमती सिंधिया ने कहा जैसे संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है, वैसे ही मलखम्ब हर खेल की जननी है। खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया ने इस तरह के आयोजन हॉकी फीडर सेंटर के मध्य भी भविष्य में आयोजित किए जाने की बात कही।
टेलेंट सर्च की तैयारी अभी से करें
संचालक, खेल एवं युवा कल्याण श्री पवन कुमार जैन ने जिला खेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि अप्रैल 2021 में होने वाले टेलेंट सर्च के लिए अभी से तैयारी करें। ग्राऊंड रख-रखाव का सुपरविजन करें। मूक दर्शक नहीं बने, खुद पहल करें। यह सुनिश्चित किया जाये कि प्रशिक्षक खिलाड़ियों को समय पर खेल सामग्री उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में स्टेडियम बने है और उनके रख-रखाव की व्यवस्था नहीं है, तो उसकी जानकारी तत्काल संचालनालय को भेजी जाये।