गांधी जी ने अहिंसा के सिद्धांतों से विश्व को दिया शांति का संदेश : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
भोपाल ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि जब पूरा विश्व हिंसा की चपेट में था, विश्व युद्ध छिड़ा हुआ था, ऐसे समय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत में आजादी की लड़ाई अहिंसा के सिद्धांत पर लड़कर पूरे विश्व को शांति का संदेश दिया था। श्री कमल नाथ ने कहा कि आज हमें विश्व में भाईचारा और शांति चाहिए, तो महात्मा गांधी के मार्ग पर पूरी निष्ठा और मजबूती के साथ चलना होगा। मुख्यमंत्री आज गांधी भवन में बा-बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर ‘जय जगत 2020 गांधी संदेश यात्रा’ के भोपाल पहुँचने पर आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल और पूर्व मंत्री श्री चंद्र प्रभाष शेखर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वर्ष पर जिस निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ श्री पी. राजगोपाल के नेतृत्व में जय जगत 2020 गांधी संदेश यात्रा निकल रही है, उसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस यात्रा के माध्यम से महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों से नई पीढ़ी को जोड़ने का काम राजगोपाल जी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की जो पीढ़ी है, वह हमारे गौरवशाली इतिहास की जानकारी से वंचित है। श्री कमल नाथ ने कहा कि अगर हमें इस देश की संस्कृति, सभ्यता और संस्कार से इस पीढ़ी को जोड़ना है, तो उन्हें इस देश के इतिहास से अवगत कराना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी केवल भारत के ही नहीं, पूरे विश्व के नेता थे। बापू एक मात्र ऐसे महापुरुष रहे हैं, जिनका दुनिया के कई देशों में सम्मान किया जाता है। उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए कई देशों में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है और अन्य गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम पूर्व और पश्चिम एशिया में अशांति का जो वातावरण देख रहे हैं, उसका निदान गांधी मार्ग पर चलकर ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गांधी जी का संदेश जन-जन तक पहुँचे, यह हम सभी का लक्ष्य होना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने यात्रा में शामिल विदेशी यात्रियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके शामिल होने से यह संदेश और अधिक मजबूत होता है कि गांधी जी के सिद्धांतों की न केवल भारत को बल्कि पूरे विश्व को जरूरत है। उन्होंने यात्रा को सफल बनाने में समन्वयक श्री सुरेन्द्र सिंह ठाकुर सहित सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी ने निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ काम किया है।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निर्देश पर प्रदेश में जहाँ-जहाँ से भी यह यात्रा गुजरेगी और पहुँचेगी, वहाँ पर पूरी भव्यता के साथ इसका स्वागत और सम्मान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 50 सत्याग्रहियों के साथ यह यात्रा 370 दिन तक 10 हजार 151 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यह यात्रा 10 देशों में जाएगी और 2 अक्टूबर 2020 को जिनेवा के स्विट्जरलैंड में इसका समापन होगा।
जय जगत गांधी संदेश यात्रा का नेतृत्व कर रहे श्री पी. राजगोपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने इस यात्रा के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए जो सहयोग और समर्थन दिया है, वह इस बात का प्रतीक है कि वे गांधी जी के मार्ग पर पूरी निष्ठा के साथ चलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरा प्रदेश गांधीमय हो रहा है, तो इसका श्रेय श्री कमल नाथ को जाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ एक मात्र व्यक्ति हैं, जिनमें वह क्षमता है, जो गांधी जी के संदेशों को लोकल से ग्लोबल तक जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में फैली अशांति से निपटने का रास्ता भारत के अलावा और कोई देश नहीं दिखा सकता।
यात्रा दल की प्रमुख सदस्य श्रीमती जिल हैरी ने यात्रा में शामिल राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सदस्यों का मुख्यमंत्री से परिचय करवाया। प्रारम्भ में मुख्यमंत्री ने बा-बापू के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यात्रा सदस्यों को स्लिपिंग बैग वितरित किए। आभार एवं स्वागत भाषण राष्ट्रीय एकता परिषद के अध्यक्ष श्री रण सिंह परमार ने दिया।