कांग्रेस नेता रमेश ने GDP की गणना के लिए 2017-18 को आधार वर्ष बनाने की योजना को ‘खराब’ विचार करार दिया
कांग्रेस नेता रमेश ने GDP की गणना के लिए 2017-18 को आधार वर्ष बनाने की योजना को ‘खराब’ विचार करार दिया
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भाजपा सरकार द्वारा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की गणना के आधार वर्ष को 2011-12 से बदलकर 2017-18 करने की योजना की आलोचना की है। रमेश ने इसे एक काफी ‘खराब’ विचार करार दिया। इस बारे में एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए रमेश ने सवाल किया कि क्या यह कदम मोदी 2.0 सरकार में जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों को बेहतर दिखाने के लिए उठाया जा रहा है।
उन्होंने सुझाव दिया कि 2018-19 को जीडीपी का आधार वर्ष बनाया जाना चाहिए। 2017-18 नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू किए गए माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की वजह से काफी ‘असामान्य वर्ष’ था। रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘सरकार 2017-18 को नया जीडीपी आधार वर्ष बनाना चाहती है। यह काफी खराब विचार है। नोटबंदी और जीएसटी की वजह से यह असामान्य वर्ष रहा। क्या इसके पीछे उद्देश्य सिर्फ मोदी 2.0 की जीडीपी की वृद्धि दर को बेहतर दिखाना है?’’