आदिवासी भाषा और संस्कृति के विकास पर मानव संग्रहालय में तीन दिवसीय संगोष्ठी
आदिवासी भाषा और संस्कृति के विकास पर मानव संग्रहालय में तीन दिवसीय संगोष्ठी
भोपाल। आदिवासी भाषा और संस्कृति के विकास पर इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में 15 नवम्बर से 3 दिवसीय संगोष्ठी होगी। प्रमुख सचिव आदिम जाति कल्याण श्रीमती दीपाली रस्तोगी की उपस्थिति में 15 नवम्बर को सुबह 10 बजे संगोष्ठी का शुभारंभ होगा।
राष्ट्रीय आदिम-जाति कल्याण विभाग और आदिवासी भारत समन्वय मंच के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी में देशभर के आदिवासी संस्कृति के जानकार 40 शोध-पत्र प्रस्तुत करेंगे। अमर शहीद बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर आयोजित इस संगोष्ठी में आदिवासियों के परिप्रेक्ष्य में भूमि, वन एवं जल विकास आदि विषयों पर सत्र आयोजित होंगे। आदिवासियों के पारम्परिक ज्ञान, पद्धति आदि विषयों पर भी विचार-विमर्श होगा। आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, असम, सिक्किम, अरुणाचल-प्रदेश, नई दिल्ली, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति और भाषाओं के करीब 250 विशेषज्ञ संगोष्ठी में भागीदारी करेंगे। संगोष्ठी में प्रतिदिन शाम को आदिवासी कलाकारों द्वारा पारम्परिक नृत्यों की प्रस्तुतियाँ होंगी।