भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील के छीपानेर, रानीपुरा, चौरसाखेड़ी एवं धोलपुर ग्रामों में पहुंचे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर राहत शिविरों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम छीपानेर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि अतिवर्षा से बड़ी विपत्ति आई है। क्षेत्र में बाढ़ के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अब हमारी प्राथमिकता लोगों के जीवन को दोबारा सामान्य स्थिति में लाना है। मैं लगातार प्रशासन के संपर्क में रहा और बाढ़ में फसे लोगों को हेलीकाप्टर और नाव के ज़रिए रेस्क्यू किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 1 लाख रुपये की आंशिक रूप से आर्थिक सहायता दी जाएगी। युद्ध स्तर पर बिजली की व्यवस्था दुरुस्त करवाई गई। अभी तक के सारे बिजली के बिल स्थगित कर दिए गए हैं। सोयाबीन व धान दोनों का सर्वे करवाया जाएगा। आरबीसी 6-4 के प्रावधानों के अनुरूप राहत राशि वितरित की जाएगी। गरीबी रेखा में नाम जोड़ने का कार्य किया जाएगा। 50 किलो अनाज प्रत्येक परिवार को वितरित किया जा रहा है। संबल योजना पुनः शुरू की जाएगी। गाँव के स्कूल की बाउंड्रीवाल बनवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केरोसिन सप्लाई, पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही हमारा लक्ष्य है कि बाढ़ पीड़ितों के जो कच्चे मकान जो टूट गए है उनको 1 लाख रुपये और मनरेगा में अलग से पैसा दिया जाएगा। किसानों को फसल बीमा और राहत राशि मिलाकर संकट से निकाल लिया जाएगा। कोरोना वायरस के संक्रमण एवं बचाव के संबंध में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 70 टेस्टिंग लैब बनाई गई हैं, कोरोना वायरस से सबको सावधान रहना है। सभी को मास्क लगाना है एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। साथ ही अपने हाथों को सेनेटाईजर करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छीपानेर में स्थति धूनीवाले बाबा के दर्शन किए। इस मौके पर संभाग आयुक्त श्री कवीन्द्र कियावत, आईजी, कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान, क्षेत्रीय सांसद श्री रमाकांत भार्गव, श्री गुरुप्रसाद शर्मा, श्री रघुनाथ सिंह भाटी, श्री रवि मालवीय, राजेन्द्र सिंह राजपूत, श्रीमती उर्मिला मरेठा, श्रीजसपाल अरोरा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।