सायबर सुरक्षा पर जनजागृति के प्रयास हो – मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल

पीड़ित व्यक्तियों के साथ संवेदनशील व्यवहार जरूरी
राज्यपाल श्री पटेल सायबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन एंड इंटेलिजेंस समिट 2021 समापन समारोह में शामिल हुए

मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सायबर जागरूकता के कार्यों पर विशेष बल दिया जायें। उन्होंने कहा कि शिक्षण पाठ्यक्रमों में सायबर सुरक्षा को विषय के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। जागरूकता शिविरों का आयोजन भी जरूरी है।

श्री पटेल आज प्रदेश पुलिस अकादमी में आयोजित 10 दिवसीय सायबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन एंड इंटेलिजेंस समिट 2021 के समापन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। सी.बी.आई. के पूर्व निदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला भी मौजूद थे।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि मानव गतिविधियों के केन्द्र भूमि, समुद्र, वायु और अंतरिक्ष में अब पाँचवां डोमेन सायबर हो गया है। इसका तेजी से विस्तार हुआ है। उन्होंने बताया कि गाँव के भ्रमण के दौरान बड़ी संख्या में लोग मोबाइल का उपयोग करते मिलते है। मोबाइल के माध्यम से सरकार और समाज के संवाद और व्यवहार में मौलिक परिवर्तन आया है। ई-गवर्नेंस ने आम आदमी की जिंदगी को बेहतर बनाया है। सरकार का काम-काज अधिक पारदर्शी, सुलभ और कार्यकुशल हुआ है। देश की अर्थ-व्यवस्था भी तेजी से कैशलेस हो रही है। जिस तेजी से सायबर गतिविधियाँ बढ़ रही है, उसके दुरुपयोग की घटनाएँ बढ़ रही हैं। बैंक फ्राड, पहचान और डाटा चोरी के अपराधों का दायरा भी बढ़ रहा है। ग्रामीण और वंचित वर्ग के लोग भी उनका शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सायबर सुरक्षा कानूनों का कड़ाई से पालन करने के साथ ही पीड़ित व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता का होना भी जरूरी है। पीड़ित की कैसे मदद की जा सकती है, इस भाव और भावना के साथ कार्य किया जाना जरूरी है।

महानिदेशक पुलिस श्री विवेक जौहरी ने बताया कि निरंतर तकनीक के दुरुपयोग से आर्थिक धोखाधड़ी के अपराध बढ़े हैं। सायबर क्राइम के संबंध में थाना स्तर पर जागरूकता बढ़ाने का प्रयास है। उन्होंने बताया कि समिट सायबर कानूनों नियमों पर चर्चा के साथ ही सीमावर्ती राज्यों के अधिकारियों के साथ समन्वय में सहयोगी रही है। समिट के दौरान तकनीकी प्रदर्शन के सत्र आयोजित किए गए, जिन में सायबर क्राइम संबंधी टूल और तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया।

विशेष महानिदेशक पुलिस श्रीमती अरुणा मोहनराव ने बताया की समिट में विभिन्न राज्यों और विदेशों के 2365 कानून प्रवर्तन से जुड़े अधिकारी शामिल हुए है। समिट उनके मध्य क्षमता संवर्धन और समन्वय का सेतु बनी है।

यूनिसेफ की प्रतिनिधि श्रीमती मारग्रेट ने नैरोबी से आभासी माध्यम से कहा कि सायबर दुनिया एक गाँव के समान हो गई है। विस्तृत उपयोग के साथ ही दुरुपयोग की घटनायें भी बढ़ रही हैं, जिनसे निपटने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। वाईस प्रेसिडेंट क्लियरट्रेल टेक्नोलॉजी श्री मनोहर कटोच ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। अकादमी के उप निदेशक श्री विनीत कपूर ने आभार माना और संचालन सुश्री अनुभा ने किया।

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