भोपाल । सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप प्रदेश में सहकारिता क्षेत्र को और मजबूत तथा पारदर्शी बनाया जाएगा। सहकारिता क्षेत्र को पारदर्शी बनाने के लिये गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना आदि राज्यों के सहकारिता क्षेत्र के अध्ययन के लिये विशेषज्ञों की टीम भेजी जाएंगी। सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया सोमवार को मंत्रालय में सहकारिता क्षेत्र से जुड़े लोगों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि प्राथमिक सहकारी समितियों में पिछली सरकार के कार्यकाल में जो गड़बड़ियाँ हुईं, उनको रोकने के लिये क्या पारदर्शी व्यवस्था हो सकती है, उस पर अध्ययन करने की जरूरत है। इसके लिये सहकारिता से जुड़े विशेषज्ञों का अध्ययन दल बनाकर महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, उत्तराखंड आदि राज्यों में भेजे जायेंगे, इन अध्ययन दलों द्वारा प्रदेश के सहकारिता क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिये जो सुझाव दिये जायेंगे। उन पर अमल कर सहकारिता के सिस्टम को पारदर्शी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने के लिये आप लोग भी लिखित में सुझाव दें। इन सुझावों के आधार पर बेहतर प्लानिंग के साथ उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जायेगा ताकि सहकारिता के क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि निमाड़ क्षेत्र के लिये दुग्ध संघ बनाने का सुझाव प्राप्त हुआ है, इस संबंध में विभाग के आयुक्त व दूसरे अधिकारियों से चर्चा करेंगे तथा परीक्षण उपरांत निर्णय लिया जाएगा।
मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत ‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश’ की दिशा में प्रदेश के विकास के लिये हर स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश की अर्थव्यवस्था एवं रोजगार को गति देने तथा आम लोगों के हित में सहकारिता पर आधारित प्रोजेक्ट/प्रस्ताव आते हैं, तो ऐसे मामलों में वित्तीय सुविधाएँ एवं लोन दिलाकर लाभान्वित कराया जायेगा। बैठक में सहकारिता क्षेत्र से जुड़े लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित समस्याएँ एवं सुझाव रखे। मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि वे उनकी समस्याओं को विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर हल कराएंगे तथा सुझावों पर भी विचार विमर्श कर निर्णय लेंगे।
बैठक में विदिशा संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री रमाकांत भार्गव के अलावा श्री विवेक चतुर्वेदी श्री सुभाष मानगे, श्री कैलाश पाटीदार, श्री राजकुमार रायजादा, श्री किशन सिंह भटोल, श्री शिवनारायण पाटीदार, श्री कौशल शर्मा, श्री रामविलास पटेल, श्री प्रकाशरत्न पारखी, श्री महाबली गौतम, श्री संजय श्रीवास, श्री अशोक टेकाम, श्री रामसिंह पटेल, श्री अरूण सिंह तोमर, श्री उमाकांत दीक्षित, श्री श्यामसुंदर शर्मा, श्री भरत सिंह, श्री राजेन्द्र गुरूजी, श्री शेखर किवे, श्री उमानारायण पटेल, उपस्थित थे।