सभी जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठकें आयोजित हो – मुख्यमंत्री
सभी जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठकें आयोजित हो – मुख्यमंत्री
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राज्य में कोरोना वायरस के नियंत्रण, उपचार और अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा किसी भी क्षेत्र में बाहरी लोगों को बिना स्क्रीनिंग के न आने दिया जाए। ऐसा न हो कि संक्रमित व्यक्ति केरियर बनकर उन क्षेत्रों में घूमे जहां रोग का कोई प्रभाव नहीं है। किसी भी स्थिति में वायरस के स्प्रेड होने की स्थितियां नहीं बनना चाहिए। जिन क्षेत्रों में सर्वे किया गया है और वह क्षेत्र कोरोना प्रभावित नहीं है तो वहां निरंतर यह कार्य जारी रखा जाए। नए संक्रमण के क्षेत्र सामने नहीं आना चाहिए ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर में लेबोरेटरी के प्रारंभ करने के निर्देश दिए ताकि टेस्टिंग के कार्य की गति को बढ़ाया जा सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठकें राज्य के सभी जिलों में आयोजित की जाए। कोरोना नियंत्रण में जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी प्राप्त किया जाए। उन्होंने इन बैठकों के संबंध में कुछ कलेक्टर से विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
कोरोना नियंत्रण के संबंध में
कलेक्टर जबलपुर ने बताया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना नियंत्रण हो रहा है। अब तक 3208 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें 2701 टेस्ट संपन्न हुए हैं। इनमें पॉजिटिव रोगियों की संख्या 98 अर्थात लगभग 4% है। कल संपन्न 314 टेस्ट में मात्र दो ही पॉजिटिव मिले हैं। कल 12 रोगी अस्पताल से घर के लिए डिस्चार्ज किए गए। जबलपुर में कल एक कोरोना वायरस से प्रभावित रोगी की मृत्यु दर्ज हुई है। नगर में 15 कंटेंटमेंट क्षेत्र बनाए गए हैं। कुल 223 सर्वे टीम कार्य कर रही हैं। यहां 1702 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन और 433 लोगों को संस्थागत क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। स्थानीय मेडिकल कॉलेज में करोना के उपचार की प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। कलेक्टर जबलपुर ने बताया नगर के सर्राफा और चांदनी चौक में समस्या को देखते हुए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं, जो श्रमिक बाहर से आए थे उन्हें छात्रावास में क्वॉरेंटाइन स्थिति में रखा गया है। नगर की 57 प्रतिशत आबादी का सर्वेक्षण किया जा चुका है। कंटेनमेंट क्षेत्र में 1लाख 67 हजार 992 लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर, उज्जैन, बुरहानपुर, रायसेन में रोक की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि भोपाल में आज 1207 में से 31 पॉजिटिव पाए गए। राज्य में 4 मई को 106 पॉजिटिव रोगी पाए गए। कुल 58 रोगी रोग मुक्त होकर घर रवाना किए गए। बुरहानपुर में 111 में से 16, इंदौर में 421 में से 43, उज्जैन में 73 में से 10, रायसेन में 32 में से दो और मुरैना में 49 में से एक रोगी की पॉजिटिव रिपोर्ट आई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कहीं भी यह स्थिति न बने कि टेंपो, ट्रक अथवा अन्य साधनों से एक साथ बहुत से श्रमिक को लाया ले जाया जाए। दक्षिण के कुछ राज्यों से श्रमिकों को वहां से मप्र न भेजे जाने की स्थिति में पुनः प्रयास किए जाएं। जिन राज्यों से मध्य प्रदेश के श्रमिक वापस लाने की व्यवस्था हो गई है उनकी समुचित खानपान और घरों तक भेजने की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगामी समय में पास व्यवस्था के संबंध में भी प्रस्तावित कार्यक्रम की जानकारी प्राप्त की।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने उज्जैन में कोरोना वायरस और उपचार की व्यवस्था में वृद्धि की आवश्यकता बताई। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने उज्जैन में निजी मेडिकल कॉलेज के अलावा 100 बिस्तर क्षमता के अन्य अस्पताल में की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंस द्वारा अपर मुख्य सचिव श्री केसरी और अन्य जिलों के कलेक्टर से भी रोग नियंत्रण की कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।