भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे परिणाम प्राप्त किए जाएं। संकट की घड़ी में बेहतर कार्य से आमजन को कठिनाईयों से बाहर निकाल कर राहत पहुंचाई जाए। इसके लिए प्रशासनिक अमला सक्रिय हो जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा कलेक्टर्स-कमिश्नर्स को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में प्रदेश में गेहूँ उपार्जन, श्रम सिद्धि अभियान, मानसून के आगमन पर मौसमी बीमारियों और बाढ़ से बचाव की तैयारी, रोजगार सेतु की प्रगति, पथ विक्रेता उत्थान योजना, मध्यप्रदेश इनोवेशन चैलेंजस पोर्टल पर सुझाव देने, वनाधिकार पट्टों के संबंध में पुन: परीक्षण कर कार्यवाही करने और लोक सेवाओं के बेहतर प्रदाय के संबंध में निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है। अनलॉक की स्थिति में अपराध न हों, इसके लिए पुलिस बल सजग रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के किसानों को समुचित खाद और बीज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खरीफ फसलों के लिए किसानों को आवश्यक आदान की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही नकली बीज के उपयोग पर नजर रखते हुए दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही भी की जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के किसानों ने एक करोड़ 29 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन कर ऑलटाइम रिकार्ड बना लिया है। इसके लिए किसान बंधु, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी एवं संबंधित एजेंसियां बधाई की पात्र हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उपार्जित गेहूँ के परिवहन के बाद शत-प्रतिशत भंडारण भी हो रहा है। कहीं भी गेहूँ बारिश से भीगने की शिकायतें नहीं आना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को उनके कौशल के अनुरूप रोजगार से जोड़ने का कार्य निरंतर चलना चाहिए। प्रदेश में करीब 5 हजार प्रवासी श्रमिक रोजगार सेतु के माध्यम से विभिन्न संस्थानों में कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में 7 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक लौटे हैं, इन्हें रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीकृत करने का कार्य चल रहा है। करीब 18 हजार 500 नियोक्ता पंजीकृत हो गए हैं। श्रमिकों को उनकी दक्षता के आधार पर कार्य उपलब्ध करवाने का अवसर दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रम सिद्धि अभियान में श्रमिकों को जॉब कार्ड उपलब्ध करवाने, मनरेगा कार्यों में मशीनों का इस्तेमाल न करने और समय पर मजदूरी के भुगतान के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कॉन्फ्रेंस में निर्देश दिए कि वर्षाकाल के आगमन पर जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठकें आयोजित कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। शहरों में जल का भराव न हो और ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों में जल स्तर बढ़ने की स्थिति में बचाव दल की उपयोगिता को देखते हुए उन्हें प्रशिक्षित करने का कार्य भी पूरा कर लिया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मानसून के आगमन पर प्रदेश के क्वारेंटाइन केन्द्रों में रह रहे नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में भी कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि ऐसे नागरिकों को स्वच्छता और संक्रमण मुक्त वातावरण उपलब्ध करवाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आव्हान के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए पूरे प्रयास किए जाएं। शहरों और गाँवों में स्ट्रीट वेण्डर्स को ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाने के लिए पंजीयन की कार्यवाही पूरी की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश इनोवेशन चैलेंज पोर्टल पर सुझाव देने का भी आव्हान किया। इस पोर्टल पर 30 जून तक विभिन्न क्षेत्रों में अभिनव और मौलिक सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। विशेष रूप से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और अधोसंरचना क्षेत्र के साथ ही नवीन तकनीक के उपयोग और लोक सेवा प्रदाय कार्य को बेहतर बनाने के संबंध में सुझाव दिए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वन क्षेत्र में काबिज निवासियों को पट्टा देने के लिए वन अधिकारियों के साथ बैठक कर पुन: परीक्षण किया जाए और निरस्त किए गए पट्टों के संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व-सहायता समूहों के सशक्तिकरण के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोकल को वोकल बनाने के आव्हान के अनुरूप इन समूहों की क्षमताओं को बढ़ाने और आर्थिक समृद्धि का अवसर उपलब्ध करवाने के निर्देश कलेक्टर्स को दिए।
कलेक्टस-कमिश्नर्स कान्फ्रेंस में स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।