संसद में उठा हैदराबाद गैंगरेप का मामला, जया बच्चन बोलीं-दोषियों को अब जनता ही सिखाए सबक
नई दिल्ली। हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर देश के साथ-साथ संसद में भी न्याय की मांग उठी। लोकसभा और राज्यसभा में अलग-अलग दलों के सांसदों ने इस घटना की निंदा के साथ आरोपियों को सख्त से सख्त सजा की मांग की है। राज्यसभा में कांग्रेस गुलाम नबी आजाद ने कहा, कोई भी सरकार या नेता नहीं चाहेगा कि ऐसी घटना उनके राज्य में घटित हो। यह समस्या सिर्फ कानून बनाने से हल नहीं हो सकती है।
ऐसे कृत्यों को मिटाने के लिए, ऐसे अपराधों के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है। कांग्रेस सांसद अमी याज्ञिक ने भी इस मामले में न्याय की मांग करते हुए कहा कि मैं सभी प्रणालियों, न्यायपालिका, विधायी, कार्यकारी और अन्य प्रणालियों से अनुरोध करती हूं कि वे एक साथ आएं ताकि एक सामाजिक सुधार हो सके। यह आपातकालीन आधार पर होना चाहिए।
AIADMK सांसद विजिला सत्यानन्द ने कहा, देश बच्चों और महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। इस अपराध को अंजाम देने वाले 4 लोगों को 31 दिसंबर से पहले मौत की सजा दी जानी चाहिए। फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की जानी चाहिए। न्याय में देरी न्याय से वंचित है।
समाजवादी पार्टी से सांसद जया बच्चन ने कहा, मुझे लगता है कि यह समय है जब लोग चाहते हैं कि सरकार उचित और निश्चित जवाब दे। इस प्रकार के लोगों (बलात्कार के अभियुक्तों) को कुछ देशों में जनता सजा देती है। दोषियों को अब जनता ही सबक सिखाए। आप सांसद संजय सिंह ने निर्भया गैंगरेप का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि निर्भया के दोषियों को अब तक सजा नहीं हुई है। इस मामले में समय पर कार्रवाई होनी चाहिए।
राज्यसभा चेयरमेन एम. वेंकैया नायडू ने महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर कहा कि नए बिल की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने जिन चीजों की आवश्यकता है वो है- राजनीतिक इच्छा शक्ति, प्रशासनिक क्षमता, लोगों की मानसिकता में बदलाव और उसके बाद समाज से ऐसे शैतानों का खात्मा किया जाना।