भोपाल । आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश ‘भौतिक अधोसंरचना’ पर आयोजित वेबीनार में सब ग्रुप सत्र नगरीय अधोसंरचना विषय पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि शहरों के विकास की ऐसी प्लानिंग करें कि नगरीय निकाय की आय वृद्धि के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ें। उन्होंने कहा कि वेबीनार में प्राप्त होने वाले महत्वपूर्ण सुझावों पर प्राथमिकता से अमल किया जायेगा।
चिकित्सा शिक्षा एवं भोपाल गैस राहत मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि सेटेलाइन टाउन विकसित करने पर विचार होना चाहिए। वेबीनार में श्री केशव वर्मा ने कहा कि साबरमती रिवर फ्रंट की तरह वाटर बाडी फ्रंट किये जाने चाहिए। संयुक्त सचिव भारत सरकार श्री संजय कुमार ने कहा कि पीएम स्वनिधि में मध्यप्रदेश में बहुत अधिक काम हुआ है, इसे आगे भी बरकरार रखें। श्री कुणाल ने कहा कि सभी नगरों की अलग पहचान और जरूरतें होती है। अत: शहर आधारित विकास की प्लानिंग होना चाहिए। विशेषज्ञों ने लोकल स्किल को बढ़ावा देने तथा कार्यस्थल में जेंडर इक्वलिटी की बात की। इसके साथ ही वाटर सप्लाई और सीवेज सिस्टम में सस्टेनेबिल्टी पर भी विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीतेश व्यास ने मध्यप्रदेश के शहरों एवं संसाधनों के बारे में जानकारी दी। वेबीनार में आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री निकुंज श्रीवास्तव एवं अन्य अधिकारी शामिल हुए।