शक्तिशाली भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए युवा वर्ग – राज्यपाल श्री टण्डन
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का 8वाँ दीक्षांत समारोह संपन्न
भोपाल। मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के 8वें दीक्षांत समारोह में कहा कि युवा वर्ग शक्तिशाली भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज में अपनी रचनात्मक पहचान बनाना चाहिए। समारोह में उच्च शिक्ष मंत्री श्री जीतू पटवारी भी शामिल हुए।
राज्यपाल ने कहा कि स्वावलम्बी बनना जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। मन में राष्ट्र के प्रति सम्मान होना चाहिए, भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और पूर्वजों की विरासत पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के द्वारा ही सामाजिक परिवर्तन संभव है। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा में ज्ञान और विज्ञान का समावेश बढ़ता जा रहा है। युवाओं को इस परिवर्तन का लाभ लेकर आगे बढ़ना होगा, तभी स्वावलम्बी बन सकेंगे और देश के नव-निर्माण में अपनी भूमिका निभा पायेंगे।
200 महाविद्यालयों को बनाएंगे स्मार्ट कॉलेज – मंत्री श्री पटवारी
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि युवा वर्ग मानवीय दृष्टिकोण के साथ समाज के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करे। इससे चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था स्थापित करने के साथ समय के अनुकूल नवाचार भी किये जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा बेटियों को नि:शुल्क शिक्षा देने का निर्णय लिया गया है। शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाया जा रहा है। इसके लिये पहले चरण में प्रदेश के 200 महाव़िद्यालयों को स्मार्ट कॉलेज बनाया जायेगा। इन कॉलेज में स्मार्ट कक्षाएँ और ई-लायब्रेरी होगी। प्रशिक्षित शिक्षक गुणवत्तापूर्ण अत्याधुनिक शिक्षा देंगे। श्री पटवारी ने बताया कि उच्च शिक्षा संस्थानों में ग्रीन कैम्पस बनाने का अभियान शुरू किया जा रहा है। राज्य सरकार का प्रयास है कि पूरा शिक्षा विभाग पोर्टल पर हों, परीक्षाएं समय पर हो और रिजल्ट भी समय पर निकले।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली के वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. मनोज पटेरिया ने युवाओं से कहा कि वैज्ञानिक सोच, समझ और दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़े। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की स्मारिका ‘दीक्षा’ और पुस्तक ‘विंध्य भारती’ का विमोचन किया गया।