विमानन क्षेत्र का प्रदर्शन 10 साल के निचले स्तर पर
नई दिल्ली। विमानन क्षेत्र में यात्री परिवहन की वैश्विक वृद्धि दर पिछले साल घटकर 4.2 प्रतिशत पर आ गयी जो 10 साल का निचला स्तर है। अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आयटा) द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि यात्री परिवहन की वृद्धि दर वर्ष 2018 के 7.3 प्रतिशत की तुलना में 2019 में 4.2 प्रतिशत रह गया।
यह वर्ष 2009 के वैश्विक आर्थिक संकट के बाद सबसे कम वृद्धि दर है। आयटा राजस्व-यात्री किलोमीटर में हवाई परिवहन की मांग के आंकड़े जारी करता है। उसने बताया कि पिछले साल विमान सेवा कंपनियों की राजस्व-यात्री किलोमीटर क्षमता 3.4 प्रतिशत बढ़ी। इस दौरान उड़ानों में औसतन 82.6 प्रतिशत सीटें भरी रहीं जो अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। इससे पहले 2018 में यह आंकड़े 81.9 प्रतिशत रहा था।
आयटा के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलेक्जेंडर डी जुनैक ने रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पिछले साल कई चुनौतियों के बावजूद विमान सेवा कंपनियों ने वृद्धि दर में स्थिरता बनाये रखने की दिशा में अच्छा काम किया। आर्थिक सुस्ती, वैश्विक व्यापार गतिविधियों का कमजोर रहना और राजनीतिक एवं भू-राजनीतिक तनाव से मांग प्रभावित हुई।
वहीं कंपनियों के बेहतर क्षमता प्रबंधन और बोइंग मैक्स 737 विमानों की उड़ानों पर प्रतिबंध के कारण भरी हुई सीटों का औसत बेहतर हुआ है। भारत के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में राजस्व-यात्री किलोमीटर के आधार पर घरेलू मार्गों पर वृद्धि दर 2015 से 2018 के बीच लगातार चार साल दहाई प्रतिशत में बढ़ने के बाद 2019 में सुस्त पड़ गयी। यह पिछले साल 5.1 प्रतिशत रही जबकि 2018 में 18.9 प्रतिशत रही थी। उसने इसकी मुख्य वहज जेट एयरवेज का बंद होना और आर्थिक सुस्ती को बताया है।
आयटा ने बताया कि अफ्रीका में राजस्व-यात्री किलोमीटर में पिछले साल 4.9 प्रतिशत, एशिया प्रशांत क्षेत्र में 4.8 प्रतिशत, यूरोप और लातीन अमेरिका में 4.2 प्रतिशत तथा उत्तरी अमेरिका में 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सबसे कमजोर प्रदर्शन पश्चिम एशिया क्षेत्र का रहा जहाँ वृद्धि दर 2.4 प्रतिशत दर्ज की गयी।