भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर के शाहगंज में बाढ़ पीड़ितों से चर्चा करने के उपरांत अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी रेस्क्यू सेंटर में बाढ़ से प्रभावितों के लिए यथा संभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। पहले घरों का फिर फसलों का सर्वे कराकर शीघ्र ही राहत राशि वितरण का कार्य प्रारंभ करना है। उन्होंने निर्देशित किया है कि सोयाबीन के साथ-साथ धान की फसल जो बाढ़ से प्रभावित हुई है उसका भी सर्वे किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अतिवर्षा से आई बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर अधिकारियों की बैठक ली एवं आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री अजय गुप्ता ने बताया कि बुदनी एवं नसरुल्लागंज विकासखंड में लगभग 8 हजार 300 घर बाढ़ की चपेट में आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि घर के साथ-साथ कुएं जो धंस गए हैं, पाईप लाईन क्षतिग्रस्त हो गई है आदि का भी सर्वे कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि जहां-जहां विद्युत लाईन प्रभावित हुई है वहां-वहां बिजली की व्यवस्था कराई जाए। बिजली के खंभे एवं लाईन की मरम्मत कराई जाए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली कि सड़क मार्ग एवं पुलिया कितने क्षतिग्रस्त हुए हैं। साथ ही निर्देशित किया कि जल्दी ही प्रस्ताव बनाकर भेजें जिससे राशि स्वीकृत कर मरम्मत कार्य जल्द से जल्द दुरुस्त कराया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आधा-आधा क्विंटल गेंहूँ हर घर को जल्द से जल्द वितरित कराया जाए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि पानी को शुद्ध करने के लिए क्लोरीन की गोलियां, बुखार एवं मलेरिया की दवाईयांया एवं ओआरएस पावडर आदि वितरित किया जा रहा है।
इस मौके पर संभाग आयुक्त श्री कवीन्द्र कियावत, आईजी, कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान, क्षेत्रीय सांसद श्री रमाकांत भार्गव, श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, श्री रवि मालवीय, श्री रामनारायण साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।