राशन आपके ग्राम योजना को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री,शिवराज सिंह चौहान ने जनजाति वर्ग की महिलाओं से किया संवाद

राशन आपके ग्राम योजना के अमल से बचेगा समय, ऊर्जा और धन: मुख्यमंत्री श्री चौहान
फरवरी माह तक हो जाएगा योजना का पूर्ण विस्तार
प्रदेश के 20 जिलों के 89 जनजाति बहुल विकास खण्डों के 7511 ग्रामों तक पहुँचेगा राशन
एक अम्मा की टिप्पणी से मिली योजना शुरू करने की प्रेरणा
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दो वाहन संचालकों को प्रतीक स्वरूप सौंपी थी वाहनों की चाबी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया हितग्राहियों और जनजाति वर्ग के वाहन संचालकों से संवाद

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जनजातीय बहुल विकास खंडों के ग्रामों में लोगों तक राशन सामग्री पहुँचाने से समय, ऊर्जा और धन की बचत होगी। इस नाते मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना इन क्षेत्रों के लिए वरदान से कम नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा योजना के हितग्राहियों और वाहन से हितग्राहियों तक राशन सामग्री पहुँचाने वाले जनजाति वर्ग के युवाओं से संवाद किया। इस संवाद में जहाँ हितग्राहियों ने योजना को बहुत उपयोगी बताया, वहीं युवा वाहन संचालकों ने कहा कि उन्हें सरकार से मार्जन मनी और बैंक ऋण मिल जाने से रोजगार मिल गया है। हितग्राहियों और वाहन संचालकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का हृदय से आभार व्यक्त किया। खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहू लाल सिंह, प्रमुख सचिव खाद्य श्री फैज अहमद किदवई और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। पूर्व मंत्री श्री ओम प्रकाश धुर्वे भी कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े।

अम्मा ने दी प्रेरणा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि एक रूपये किलो गेहूँ, चावल और नमक जो मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत देने की व्यवस्था है, उसे मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना में जनजातीय विकास खण्डों में 474 अनुबंधित वाहनों से देने की व्यवस्था की गई है। इस योजना की प्रेरणा एक अम्मा से मिली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उस वृद्धा ने मुझे कहा था “बेटा यह योजना तो अच्छी है लेकिन मेरा गाँव उचित मूल्य की दुकान से चार किलोमीटर दूर है। मैं बूढ़ी हूँ। मुझे चार किलोमीटर दूर राशन लेने जाना पड़ता है, जिससे बहुत परेशानी हो रही है। राशन की दुकान पहुँच जाने पर कभी दुकान पर राशन नहीं होता है, कभी दुकान बंद रहती थी, जिससे समय बरबाद होता है”। अम्मा की यह टिप्पणी सुनने के बाद मैंने तय किया कि इस तरह की योजना जरूर लाएँगे, जो वृद्ध और असहाय लोगों को उनके गाँव और मोहल्ले तक खाद्यान्न पहुँचा दे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना प्रारंभ करने की प्रेरणा जनता के बीच से ही प्राप्त हो जाती है। एक मजदूर भाई ने भी उस वृद्धा की तरह अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया था कि राशन लेने के लिए मुझे दूसरे गाँव जाने पर मजदूरी छोड़कर जाना पड़ता है, जिससे राशन महंगा पड़ता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण भाइयों-बहनों की इन दिक्कतों पर विचार करने के बाद इस योजना को प्रारंभ करने का निश्चय किया।

जनजाति युवाओं को भी जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना में जनजाति विकास खण्डों की उचित मूल्य दुकानों के आश्रित ग्रामों के पात्र परिवारों को उनके ही ग्राम में राशन सामग्री का वितरण होगा। इससे दिव्यांग, वृद्ध, शारीरिक रूप से अक्षम और अन्य पात्र हितग्राहियों को राशन सामग्री लेने के लिए पंचायत मुख्यालय पर स्थापित राशन दुकान तक नहीं जाना पड़ेगा। योजना में तौल कांटा और सेल्समेन की सुविधा वाले वाहन हितग्राहियों तक राशन सामग्री पहुँचाने का कार्य करेंगे। आगामी फरवरी माह तक योजना 20 जिलों के 89 विकास खण्डों में लागू हो जाएगी। योजना में जनजाति क्षेत्रों के युवाओं को ही बैंकों से ऋण दिलाया जाएगा। इसकी गारंटी भी सरकार द्वारा दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वास्तव में यह बहुत आनंद का क्षण है। योजना प्रारंभ हुई है और अब गाँव में ही गाड़ी राशन पहुँचाएगी। मेरी बहनें खुश हो गईं तो मेरी जिंदगी सफल हो गई। प्रदेश के 89 विकासखण्ड में गाड़ी से राशन पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है। आज योजना के तहत कुछ गाँवों में ही राशन पहुँचाने के कार्यक्रम शुभारंभ का किया गया है। आने वाले तीन माह में योजना पूर्ण रूप से लागू होगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गत 15 नवम्बर को भोपाल के जंबूरी मैदान में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में योजना के दो वाहन संचालकों को प्रतीक स्वरूप वाहनों की चाबी प्रदान की थी।

प्रधानमंत्री श्री मोदी मार्च 2022 तक दिलवायेंगे नि:शुल्क अनाज

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से करोड़ो उपभोक्ताओं के हित में केन्द्र सरकार द्वारा लागू नि:शुल्क अनाज वितरण व्यवस्था का समय, जो पहले 30 नवम्बर 2021 तक निर्धारित था, अब 31 मार्च 2022 तक बढ़ा दिया है। उपभोक्ताओं को दिसम्बर, जनवरी, फरवरी और मार्च तक इन महीनों में नि:शुल्क पाँच किलो गेंहूँ या चावल अतिरिक्त मिलेगा।

कस्टमाइज वाहन पहुँचाएँगे गाँव-गाँव तक राशन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 20 जिलों के 89 विकास खण्डों में लागू योजना में से चयनित तीन जिलों के कुछ हितग्राहियों से आज संवाद किया। योजना में वाहन को कस्टमाइज किया गया है। प्रमुख रूप से वाहन में बैठक व्यवस्था, माइक, पंखा, लाइट और सामग्री की सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। इस वाहन पर शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया गया है। योजना के नियमित संचालन के लिए सालाना 14 करोड़ रूपये का खर्च अनुमानित है। योजना में चयनित हितग्राहियों को रियायती ब्याज दर 7.40 प्रतिशत से बैंक ऋण उपलब्ध करवाया गया है। वाहन खरीदने के लिए एक टन क्षमता के वाहन के लिए 2 लाख और एक टन से अधिक क्षमता के लिए वाहन 3 लाख प्रति वाहन के मान से 10 करोड़ रूपये की मार्जिन मनी जनजातीय कार्य विभाग ने उपलब्ध करवाई है।

मंडला

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सबसे पहले मंडला जिले के बिछिया विकास खण्ड के ग्राम फोंक, सिझोरा की सुश्री ममता मरावी से संवाद किया। सुश्री ममता ने बताया कि वे योजना शुरू होने से प्रसन्न हैं। अभी दो किलोमीटर दूर छिछोर जाकर राशन सामग्री लेनी होती थी। परिवार में चार सदस्य हैं। प्रति माह 40 किलो खाद्यान्न एक रूपये प्रति किलो की दर से मिलता है और परिवार के लिए आवश्यक पूर्ति हो जाती है। मंडला जिले की ही सुश्री प्रीति खरे ने जानकारी दी कि उन्हें घर बैठे राशन सामग्री मिलने से बहुत आसानी हो जाएगी। सुश्री सुन्दरी धुर्वे ने भी इसी तरह की बात कही। योजना में वाहन संचालक श्री राजेश कुमार आयाम ने बताया कि इस योजना से उसकी बेरोजगारी दूर हो गई है।

डिंडोरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डिंडोरी जिले की हितग्राही सुश्री लमिया बाई परस्ते, सुश्री कला बाई और सुश्री दामिनी रेकवार से भी संवाद किया। सुश्री लमिया ने कहा कि कई बार राशन सामग्री लेने के लिए बहुत ज्यादा समय लग जाता था। दुकान तक पहुँचने पर कई बार दुकान बंद हो जाया करती थी। सुश्री कला बाई ने कहा कि आपने इस योजना को लागू करके गरीबों के दुख-दर्द दूर करने का कार्य किया है। सुश्री दामिनी ने कहा कि मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना के साथ हमें उज्जवला योजना, आवास योजना, अटल पेंशन योजना, स्वच्छ शौचालय, विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति और गणवेश का लाभ मिल रहा है। हमारे ग्राम में और हमारे घर के चूल्हे तक सरकार ने योजनाएँ पहुँचा दी हैं। सुश्री दामिनी ने कहा कि सरकार ने योजनाओं के क्रियान्वयन पर गंभीरता से ध्यान दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सुश्री दामिनी से चर्चा में कहा कि आपको योजनाओं का लाभ भलीभांति मिल रहा है, मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया है। आप जैसी बहनें पाकर मैं धन्य हो गया हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डिंडोरी जिले के बजाग विकास खण्ड के वाहन संचालक श्री अनूप सिंह धुर्वे से भी संवाद किया। श्री अनूप सिंह धुर्वे ने बताया कि मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना में उन्हें वाहन लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई।

बड़वानी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के सेंधवा विकास खण्ड की हितग्राही सुश्री लीला बाई श्याम से संवाद किया। सुश्री लीला बाई ने बताया कि पहले उन्हें राशन लेने के लिए करीब दस किलोमीटर दूर जाना होता था। करीब सौ रुपये तो किराया ही लग जाता था, समय भी काफी लगता था। अब योजना से अपने ही गाँव में राशन सामग्री मिल जाएगी। दुर्गा स्व-सहायता समूह, नकटीरानी के लिए राशन सामग्री विक्रय करने का दायित्व संभालने वाली सुश्री रेवी बाई डुंडवे ने बताया कि ग्राम में 95 परिवार योजना के पात्र हैं। ग्राम में 57 क्विंटल खाद्यान आता है। अब लोगों को काफी सुविधा हो जाएगी। योजना के हितग्राही श्री धनसिंह हंसराज ने बताया कि उनके परिवार में पाँच सदस्य हैं। अब ग्राम तक राशन बाँटने गाड़ी आएगी। इससे काफी समय भी बचेगा। जिले के ग्राम सोलवान के निवासी श्री रमेश सोलंकी ने वाहन संचालन की जिम्मेदारी ली है। इस जिम्मेदारी से श्री सोलंकी काफी प्रसन्न हैं। उनका कहना है कि अब वे सभी को उनके मोहल्ले तक जाकर राशन सामग्री बाँटेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समस्त हितग्राहियों को योजना से जुड़ने के लिए बधाई दी। साथ ही कोरोना से बचाव के उपाय अपनाने और अनिवार्य रूप से दोनों डोज लगवाने का अनुरोध किया।

योजना की विशेषताएँ

मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना में कुल 7511 ग्राम जोड़े गये हैं। साढ़े आठ लाख परिवारों के लिए हर महीने 19 हजार 652 मीट्रिक टन खाद्यान्न बाँटा जाएगा। सामग्री वितरण का कार्य वर्तमान उचित मूल्य दुकान के विक्रेता द्वारा पीओएस मशीन से किया जाएगा। यह मशीन थंब इंप्रेशन और चेहरे का ऑनलाइन मिलान करती है जिससे विक्रेता कालाबाजारी नहीं कर पाता। मध्यप्रदेश के जनजातीय बहुल विकास खण्डों में आज से आंशिक रूप से योजना शुरू हुई है। इसका विस्तार प्रति माह किया जाएगा। फरवरी तक सभी विकास खण्ड योजना से जुड़ जाएँगे। वाहन संचालकों के रूप में अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं से अनुबंध किया गया है। इन्हें एक टन के वाहन के लिए 24 हजार रूपये और दो टन वाहन के लिए 31 हजार रूपये हर महीने प्रदान किए जाएँगे। प्रदेश में 474 सेक्टर बनाए गए हैं। वाहन संचालकों के रूप में 267 युवाओं का चयन कर लिया गया है। कुल 125 हितग्राही वाहन का चयन कर चुके हैं। बैंक से 29 प्रकरण स्वीकृत हो गए हैं। बैंक में 104 प्रकरण प्रस्तुत हो चुके हैं। योजना में अनूपपुर, बैतूल, सिवनी, रतलामए, बालाघाट, बड़वानी, छिन्दवाड़ा, धार, डिंडौरी, होशंगाबाद, झाबुआ, मंडला, शहडोल, सीधी, उमरिया, श्योपुर, बुरहानपुर, अलीराजपुर, खण्डवा और खरगौन शामिल हैं।

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