भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के छात्र-छात्राओं से कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए हरसंभव कोशिश करें। राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप क्रय के लिए 16 हजार 208 विद्यार्थियों के खाते में 25 हजार रुपये प्रति छात्र के मान से 40 करोड़ 52 लाख रुपये सिंगल क्लिक द्वारा अंतरित किए गए। योजना के तहत इस वर्ष 40 हजार 542 विद्यार्थियों को 101 करोड़ रूपये की राशि प्रदान की जानी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह योजना बंद कर दी गई थी। पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस के अवसर पर छात्रों को प्रोत्साहन देने, हौसला बढ़ाने और प्रतिस्पर्धी भाव पैदा करने वाली यह योजना आज पुन: आरंभ की जा रही है। कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों को यह प्रोत्साहन वर्चुअल आधार पर दिया जा रहा है। अन्यथा मुझे सर्वाधिक खुशी तो भांजे-भांजियों से मिलने पर होती है।
पं. दीनदयाल उपाध्याय और प्रधानमंत्री श्री मोदी का जीवन प्रेरणादायी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों को पं. दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरणा लेना चाहिए। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में जीवन-यापन किया पर कभी हिम्मत नहीं हारी। अपनी प्रतिभा के बल पर संगठन खड़ा किया और विश्व को एक नया विचार दिया। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जीवन भी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी है। संघर्षपूर्ण परिस्थितियों से निकले श्री मोदी के संगठन कौशल की सराहना करते हुए श्री चौहान ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में नये गौरवाशाली, वैभवशाली, संपन्न, समृद्ध और सशक्त भारत का निर्माण हो रहा है। आने वाली पीढ़ी आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ अपनी रूचि और प्रवृति के क्षेत्र में आगे बढ़े। श्री चौहान ने कहा कि व्यक्ति जो भी लक्ष्य निर्धारित करता है उसे प्राप्त करने का रोडमेप विकसित कर दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर प्रयासरत रहे तो उसे सफलता अवश्य मिलती है।
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए विद्यार्थियों का जीवन निर्माण आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत मुझे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाना है। इसके लिए आपके जीवन का निर्माण आवश्यक है। श्री चौहान ने छात्रों से स्वतंत्र सोच, सतर्क मस्तिष्क अहंकार शून्यता और धैर्य रखते हुए हिम्मत व उत्साह के साथ निरंतर आगे बढ़ते रहने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि ‘मन के हारे हार है-मन के जीते जीत’ के मंत्र को सदा ध्यान रख अनुसरण करना चाहिए।
योजना पुन: आरंभ करने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान का माना आभार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिंटो हाल में प्रतीक स्वरूप भोपाल के छह विद्यार्थियों क्रमश: रजनीश सिंगरोले, सुमित शुक्ला, अंचल जैन, अंजली मिश्रा, इलमा खान और शैल्या सिंह को प्रशस्ति पत्र तथा चैक प्रदान किए। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदरसिंह परमार ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह का स्वागत किया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए योजना को पुन: आरंभ करने पर मुख्यमंत्री का आभार माना। कार्यक्रम को आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल तथा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विमुक्त घुम्मकड़ एवं अर्द्धघुम्मकड़ जनजाति कल्याण, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री राम खेलावन पटेल तथा प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी उपस्थित थीं। कार्यक्रम के आरंभ में मध्यप्रदेश गान प्रस्तुत किया गया।
वर्ष 2020 में लेपटॉप के लिए प्रदान किए जाएंगे 101 करोड़ रुपये
उल्लेखनीय है कि प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना 2009 में आरंभ हुई थी। प्रारंभ में माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले शासकीय स्कूलों के विद्यार्थियों को लेपटॉप लेने के लिए राशि प्रदान की जाती थी। वर्ष 2013 से अशासकीय विद्यार्थियों को भी इस योजना का लाभ प्रदान किया जाने लगा। इस बार वर्ष 2020 की कक्षा 12वीं की परीक्षा में 80 प्रतिशत तथा उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 40 हजार 542 विद्यार्थियों को 25 हजार प्रति विद्यार्थी के मान से 101 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्रदान की जा रही है।
भोपाल में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम के साथ-साथ जिलास्तर पर भी विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र तथा चैक प्रदान किए गए। यह कार्यक्रम वेबकॉस्ट, यू-ट्यूब, फेसबुक पर उपलब्ध था साथ ही दूरदर्शन अन्य प्रमुख चैनलों द्वारा भी प्रसारण किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले चार विद्यार्थियों से बातचीत की।
पढ़ाई और कोचिंग की चिंता मत करना इसकी व्यवस्था सरकार करेगी
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय त्योंथर, जिला रीवा की खुशी सिंह ने कला संकाय में 97.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खुशी से परिवार के सदस्यों के बारे में पूछा। खुशी ने कहा कि स्कूल पांच किलोमीटर दूर था और साइकिल पर आना-जाना करती थीं। खुशी आईएएस बनना चाहती हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगे की पढ़ाई और कोचिंग की चिंता मत करना इसकी व्यवस्था सरकार करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल और व्यायाम को भी दैनिक जीवन में शामिल करना आवश्यक है।
ये बेटा तो हौसले से उड़ान भर रहा है
उत्कृष्ट विद्यालय मऊगंज रीवा के कृष्ण कुमार केवट के दोनों हाथ नहीं हैं उन्होंने पैरों से लिखकर 82.8 प्रतिशत अंकों में परीक्षा पास की है। जब वीडियो कान्फ्रेसिंग से कृष्ण कुमार से जुड़े और उसके बारे में जाना तो मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह जुनून की जीत है, तुमने तो नया इतिहास लिख दिया। कृष्ण कुमार ने बताया कि उसके पिता मजदूरी करते हैं, अब बुजुर्ग होने के कारण घर खर्च मुश्किल से चल पाता है। उसने कहा कि वह प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहता है। इस पर श्री चौहान ने कहा कि ये बेटा तो हौसले से उड़ान भर रहा है। मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुमार के हाथ लगवाने के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की इनका पूरा खर्च राज्य शासन उठायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृष्ण कुमार से कहा कि तुम मध्यप्रदेश के बेटे हो पूरी पढ़ाई, कोचिंग और ट्रेनिंग का खर्च मध्यप्रदेश सरकार उठायेगी। साथ ही सरकारी खर्च पर कृत्रिम हाथ ही लगवाएगी।
‘ ये हैं रियल हीरो ‘
कुमारी कीर्ति कुशवाह, अशासकीय प्रियंवदा बिड़ला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सतना की छात्रा हैं। जन्म से ही 75 प्रतिशत दृष्टि बाधित हैं। इन्होंने वाणिज्य में 94.40 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कीर्ति से बात करते हुए कहा कि ‘ये रियल हीरो हैं,बच्चों को बॉलीवुड की तरफ देखने की जरूरत नहीं है।‘ कृष्ण कुमार और कीर्ति जैसों से प्रेरणा लें। श्री चौहान ने शंकर नेत्रालय चेन्नई में कीर्ति का उपचार कराने के निर्देश कलेक्टर सतना को दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भिंड के श्री अभिषेक शाक्य से भी बात कर बधाई दी।