भोपाल । मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री लालजी टंडन की पहल पर 4 हजार 428 शिक्षण संस्थाओं में आयोजित गाँधी जी की पुस्तक के वाचन कार्यक्रम में 5 लाख 48 हजार 506 विद्यार्थियों ने गांधी साहित्य का अध्ययन किया है। प्रदेश भर में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 4 लाख 40 हजार 77 बच्चों ने सम्पूर्ण पुस्तक ‘हिन्द स्वराज’ का अध्ययन किया है। प्रदेश के 600 विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में एक लाख 8 हजार 429 छात्र-छात्राओं ने गांधी साहित्य का अध्ययन किया है। प्रदेश के 3 हजार 828 स्कूलों में पिछले 25 सितम्बर से दो अक्टूबर तक गांधी जी की पुस्तक ‘हिन्द स्वराज’ के सामूहिक वाचन कार्यक्रम आयोजित किये थे। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल ने गांधी जयंती के 150वें वर्ष के अवसर पर प्रदेश के विद्यालयों में पुस्तक ‘हिन्द स्वराज’ के सामूहिक वाचन के निर्देश दिये थे।
विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पिछले 2 अक्टूबर को छात्र-छात्राओं द्वारा महात्मा गांधी की पुस्तक ‘सत्य के प्रयोग’ और ‘हिन्द स्वराज’ का अध्ययन किया गया । प्रदेश के 569 महाविद्यालयों के 81 हजार 336 विद्यार्थियों में से 20 शासकीय विश्वविद्यालयों के 20 हजार 331 और निजी विश्वविद्यालयों के 6 हजार 762 छात्र-छात्राओं ने अभियान के तहत गांधी साहित्य का अध्ययन किया।
प्राप्त जानकारी अनुसार प्रदेश के सात संभागों के 569 महाविद्यालयों में से भोपाल संभाग में 131 महाविद्यालयों के 13 हजार 636, जबलपुर में 148 महाविद्यालयों के 28 हजार 715, इंदौर में 78 महाविद्यालयों के 13 हजार 739, उज्जैन में 88 महाविद्यालयों के 10,472, सागर में 54 महाविद्यालयों के 7 हजार 160, ग्वालियर में 55 महाविद्यालयों के 5,661, रीवा में 15 महाविद्यालयों के 1,953 विद्यार्थियों ने सामूहिक वाचन कार्यक्रम में भाग लेकर गांधी साहित्य का अध्ययन किया।
प्रदेश के शासकीय विश्वविद्यालयों में नानाजी देशमुख, पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर में 375, आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर में 2 हजार 696, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में 950, महर्षि पाणिनी संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन में 95, राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ग्वालियर में 1 हजार 398, पं.एस.एन. शुक्ला, विश्वविद्यालय शहडोल में 227, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, चित्रकूट में 1 हजार 99, महाराजा छत्रसाल बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर 80, राजमाता विजया राजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर 218, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल 5 हजार 820, म.प्र. भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय, भोपाल 225, अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय, भोपाल 120, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल 947, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर, 680, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन 939, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा 1 हजार 347, साँची बौद्ध एवं भारतीय अध्ययन विश्वविद्यालय, साँची 114, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर 1 हजार 716, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर 1 हजार 176, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विश्वविद्यालय, महू में 109 और जे.पी. निजी विश्वविद्यालय, राघोगढ़ गुना 831, आईटीएम विश्वविद्यालय, ग्वालियर 388, ए.के.एस. विश्वविद्यालय सतना 2 हजार 745, जागरण लेक सिटी निजी विश्वविद्यालय, भोपाल 445, श्री सत्यसांई प्रोद्योगिकी एवं चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, सीहोर 740, श्री वैष्णव विद्यापीठ, विश्वविद्यालय इन्दौर 330, पी.के. विश्वविद्यालय श्विपुरी 50, अवंतिका विश्वविद्यालय, उज्जैन 307, मध्यांचल प्रोफेशनल विश्वविद्यालय, भोपाल 245, सरदार पटेल विश्वविद्यालय, बालाघाट 600 और श्री कृष्ण विश्वविद्यालय, छतरपुर के 81 विद्यार्थियों ने गांधी साहित्य का अध्ययन किया।
राज्यपाल श्री टंडन की पहल पर प्रदेश के विद्यालयों में आयोजित हिन्द स्वराज के सामूहिक कार्यक्रम में कक्षा 9वीं के 1 लाख 66 हजार 129, कक्षा 10वीं के 1 लाख 29 हजार 258, कक्षा 11वीं के 74 हजार 834 और कक्षा 12वीं के 69 हजार 856 छात्र छात्राओं ने हिन्द स्वराज पुस्तक का अध्ययन किया।