मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दूसरे दिन भी किया हवाई निरीक्षण
भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकाप्टर से निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज दूसरे दिन पुन: प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कल जहां होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र देखे थे, वहीं आज फिर से होशंगाबाद, सीहोर और रायसेन जिलों के साथ ही देवास, हरदा और विदिशा जिले के जलमग्न क्षेत्रों को देखा।
कलेक्टर्स से ली विस्तृत जानकारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संबंधित जिला कलेक्टर्स से दूरभाष पर चर्चा कर प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति, प्रभावित जनसंख्या, कोई जनधन क्षति यदि हुई हो और मवेशियों, फसलों एवं अन्न भण्डार की सुरक्षा के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज प्रात: मुख्यमंत्री निवास में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक कर पूरे प्रदेश में अतिवर्षा से जनजीवन पर पड़े प्रभाव और राहत कार्यों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान इसके पश्चात छह जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों के हेलीकाप्टर द्वारा निरीक्षण के लिए रवाना हुए।
आपदा प्रबंधन दल सक्रिय हैं, जनता भी सावधान रहे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए हैं कि वे संकट की इस स्थिति में प्रभावित लोगों की पूरी सहायता के लिए सक्रिय रहें। निचली बस्तियों में पानी के भराव की स्थिति को देखते हुए समय रहते नागरिकों को अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। नियंत्रण कक्ष सक्रियता से कार्य करें। जहां आवश्यक हो तत्काल पुलिस, होमगार्ड, सेना और आपदा प्रबंधन दल की सहायता प्राप्त की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में किए गए सुरक्षा प्रबंधनों की जानकारी भी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आपात स्थिति से निपटने के लिए गोताखोर, बोट, हेलीकाप्टर आदि के पुख्ता इंतजाम हैं। जिन क्षेत्रों में सड़कों पर पुल-पुलियों पर बाढ़ का पानी है, उसे पार करने का प्रयास न किया जाए। जनता स्वयं भी सावधान रहे और पिकनिक स्थलों पर जाने से भी लोग बचें। बांधों का जलस्तर बढ़ने से गेट खोलने की सूचना दी जाती है लेकिन बहुत से लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते। आम नागरिकों की सहायता के लिए राज्य सरकार तत्पर है। लेकिन आमजन का सजग रहना बहुत आवश्यक है। जिलों में पदस्थ आपदा प्रबंधन दल हर तरह के संकट में लोगों की सहायता के लिए तैयार हैं।