मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल से कैबिनेट की बैठक को संबोधित किया

भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अस्पताल से ही मध्य प्रदेश की पहली वर्चुअल केबिनेट को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना से डरें नहीं सावधानी रखें। थोड़े भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से परामर्श लें। यह बीमारी लाइलाज नहीं है। सर्दी जुकाम और बुखार की तरह ही है, सचेत रहकर बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वस्थ हैं। खांसी लगभग समाप्त हो गई है। बुखार भी नहीं आ रहा है। वे अस्पताल से ही आवश्यक कार्य कर रहे हैं। जनता के कार्य अनवरत जारी रहेंगे, कोई काम रुकेगा नहीं। सरकार पूरी सजगता से कार्य कर रही है।

अस्पताल में खुद कपड़े धो रहा हूं

मुख्यमंत्री ने बताया कि वह अस्पताल में अपनी चाय स्वयं बना रहे हैं तथा अपने कपड़े भी स्वयं धो रहे हैं। किसी दूसरे को संक्रमण ना लगे इसके लिए आवश्यक है कि कोरोना संक्रमित यथासंभव अपने काम स्वयं करें। उन्होंने बताया कि कपड़े धोने से उन्हें एक लाभ हुआ है। उनके हाथ में फैक्चर हो जाने के बाद एक हाथ की मुट्ठी वे पूरी तरह बंद नहीं कर पाते थे। इसके लिए उन्होंने फिजियोथेरेपी भी कराई परंतु अब कपड़े धोने से मुट्ठी बंद होने लगी है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिये गाईड-लाइन का सख्ती से पालन सभी जिले सुनिश्चित करें। हमारी कोरोना रणनीति आईआईटीटी अर्थात आईडेन्टिफाई, आइसोलेट, टेस्ट एंड ट्रीट का पूरा पालन किया जाए। साथ ही जनता को मास्क लगाने, फिजीकल डिस्टेंसिंग रखने आदि सभी सावधानियाँ रखने के लिये जागरूक किया जाए। गाईड-लाइन का पालन न करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए।

सरकार के सभी मंत्रीगण अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना की स्थिति की निरंतर समीक्षा करें तथा वहां प्रशासन को मार्गदर्शन प्रदान करें। हमें किसी भी हालत में कोरोना के संक्रमण को प्रदेश में बढ़ने नहीं देना है। सभी जिलों में कोरोना के इलाज की सर्वोत्तम व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान चिरायु अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एंव व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संक्रमण से बचाव की व्यवस्थाओं, मरीजों की बढ़ती संख्या और संक्रमण के कारण हुई मृत्यु पर जिलेवार समीक्षा की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छतरपुर और बड़वानी में बढ़ रहे केस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि संक्रमण के बचाव के लिये सावधानियों का सख्ती से पालन करवाएं तथा समाजसेवी संस्थाओं और समाज के सहयोग से जनजागरूकता बढ़ाएं। वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि 7 दिन में बड़वानी की कोरोना ग्रोथ रेट 6.79 प्रतिशत, संक्रमण पॉ‍जीटिविटी रेट 9.01 प्रतिशत एवं रिकवरी रेट 54.8 प्रतिशत तथा छतरपुर में ग्रोथ रेट 12.48 प्रतिशत होने तथा संक्रमण की पॉजीटिविटी रेट 8.81 प्रतिशत, रिकवरी रेट 51.8 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर में कोरोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों पर संतोष जाहिर किया। साथ ही इंदौर कमिश्नर को बड़वानी में कोरोना संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर जिला कोरोना संक्रमण की परिस्थि‍ति के अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी मंत्रियों से आग्रह किया कि सभी मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों के कोरोना संक्रमण की स्थिति को मॉनीटर करें। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना सेम्पल की टेस्टिंग क्षमता बढ़ाई गई है, साथ ही ग्रोथ रेट में प्रदेश देश में 14वें से 15वें स्थान पर आ गया है।

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