महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार ने पास किया फ्लोर टेस्ट, 169 विधायकों ने दिया समर्थन
नई दिल्ली। उद्धव ठाकरे नीत ‘महाराष्ट्र विकास आघाडी’ गठबंधन सरकार ने राज्य विधानसभा में शनिवार को विश्वासमत हासिल कर लिया। विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) दिलीप वाल्से पाटिल ने सदन को बताया कि कुल 169 विधायकों ने विश्वासमत के समर्थन में वोट किया।
उन्होंने बताया कि चार विधायकों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव के खिलाफ किसी ने वोट नहीं किया क्योंकि 288 सदस्यीय विधानसभा में विधायकों की गिनती शुरू होने से पहले ही भाजपा के सभी 105 विधायक वाकआउट कर गए। सदन में विश्वास प्रस्ताव कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नवाब मलिक और शिवसेना के सुनील प्रभु ने पेश किया।
वही, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन के बाहर पत्रकारों से कहा कि पिछले प्रोटेम स्पीकर को हटाकर नया प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किये जाने की शिकायत राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से की जायेगी। इस बीच विधानसभा में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा,” हां मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर और अपने माता-पिता के नाम पर भी शपथ ली। अगर यह अपराध है तो मैं इसे फिर से करूंगा।”
इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्यों के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपना और अपने मंत्रिमंडल के छह सदस्यों का परिचय कराया। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुआई में भाजपा सदस्यों ने कहा कि दो-दिवसीय विशेष सत्र का आयोजन नियमों का उल्लंघन कर किया जा रहा है। प्रोटेम स्पीकर दिलीप वलसे-पाटील ने हालांकि भाजपा की आपत्ति को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि विशेष सत्र का आयोजन राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी के निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है।
इस गठबंधन में शिवसेना,राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल हैं। गौरतलब है कि 21 अक्टूबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा 105 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। वहीं, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी।