मनमोहन ने की Modi सरकार की आलोचना, कहा – सरकार आर्थिक मंदी को स्वीकार नहीं कर रही है
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार यह स्वीकार नहीं कर रही कि ‘मंदी’ जैसा कोई शब्द है।
श्री सिंह ने योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया की पुस्तक ‘बैकस्टेज’ के विमोचन के अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यदि आप समस्याओं को स्वीकार नहीं करते हैं, तो आपको विश्वसनीय जवाब मिलने की संभावना नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि पुस्तक तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के नीतिगत मामलों का वर्णन करती है जिन पर बहस की जानी चाहिए क्योंकि हमारे पास आज एक ऐसी सरकार है जो ‘मंदी’ शब्द को ही स्वीकार नहीं करती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह हमारे देश के लिए अच्छा नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि 2024-25 तक 50 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था महत्वाकांक्षी सोच है।
उन्होंने सरकार के किसानों की आय दोगुनी करने के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि तीन वर्षो में किसानों की आय दोगुनी होने की आशा व्यक्त करने का कोई कारण नहीं दिखायी देता।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पी़ वी़ नरसिम्हा राव की भी प्रशंसा की और कहा, ‘‘सुधारों की अवधि एक मुश्किल राह थी। बॉम्बे क्लब उदारीकरण के पक्ष में नहीं था। लेकिन मुझे पता था कि मेरे पास बहुत कम समय है। मैंने सरकार को रुपये का अवमूल्यन करने के लिए मजबूर किया। इस कदम को उठाने के लिए मैं प्रधानमंत्री राव का बहुत आभारी हूं।’’