भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में निर्माण विभागों से संबद्ध कॉन्ट्रेक्टरों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग में कहा कि प्रदेश में अर्थ-व्यवस्था को गतिमान करने के लिए 20 अप्रैल से भारत सरकार की गाइड लाइन अनुसार निर्माण कार्य प्रारंभ किये जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि संक्रमित क्षेत्रों (हॉटस्पॉट) से लोगों का आना-जाना पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। कोरोना संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए पूरी सावधानी से निर्माण कार्य प्रारंभ कराएं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के अंदर आवागमन के लिए निर्माण कार्य में लगे लोगों के लिए एकीकृत पास जारी किए जाएंगे, जिससे उन्हें बार-बार हर जिले से अलग-अलग अनुमति नहीं लेनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अपने स्थाई मजदूरों की भोजन की व्यवस्था स्वयं करें। इसके अलावा, अन्य जरूरतमंद लोगों की अनाज की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 50 वर्ष से अधिक उम्र के, हृदय रोगी, श्वास रोगी, छोटे बच्चे और माताओं को काम पर न रखें। स्थानीय मजदूरों को रोजगार देना हमारी प्राथमिकता है। कार्य स्थल पर कार्यरत लोगों का बीमा जरूर करवायें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित विभाग सुनिश्चित करें कि सप्लाई चैन टूटे नहीं, बराबर बनी रहे। इसके लिए माल वाहनों के निर्बाध आवागमन के लिए स्थानीय शासन को निर्देशित किया जा रहा है। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि परिवहन में बाधा आने पर आप डॉयल 100 का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्रदेश में मानसून को देखते हुए बरसात के पूर्व 15 जून तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लें। प्रदेश में 150 क्षतिग्रस्त पुलों के मरम्मत का कार्य भी समय-पूर्व किया जाना सुनिश्चित करें। श्री बैंस ने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि निर्माण कार्य निर्बाध गति से आगे बढ़ें।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री मलय श्रीवास्तव के अलावा एलएनटी के श्री सुब्रमणियम, शाहपुर के श्री रेड्डी थामस, श्री दिलीप सूर्यवंशी, बंसल कंस्ट्रक्शन के श्री अनिल बंसल, नागर कंस्ट्रक्शन के श्री रघु, म.प्र. बिल्डिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संजय शर्मा एवं एस.आर. कंस्ट्रक्शन के श्री नायडू ऑन लाइन थे।