पातालपानी नवतीर्थ स्थल के रूप में होगा विकसित
अब हर वर्ष 4 दिसम्बर को पातालपानी में आयोजित होगा मेला
पातालपानी में पर्यटन की दृष्टि से होंगे अनेक कार्य
टंट्या वाटिका और जनजातीय म्यूजियम का होगा निर्माण
प्रधानमंत्री श्री मोदी की मंशानुसार जननायकों के स्मारक बनाए जाएँगे
राज्यपाल श्री पटेल और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पातालपानी में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा की प्रतिमा का अनावरण किया
महाकाली मंदिर में पूजा-अर्चना कर पौध-रोपण भी किया
मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पातालपानी में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर अष्टधातु से निर्मित जननायक टंट्या मामा की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने यहाँ महाकाली मंदिर में पूजा-अर्चना कर पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में जननायक टंट्या मामा के वंशजों का स्वागत एवं अभिनंदन भी किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे जननायक टंट्या मामा ने शोषण और अन्याय के खिलाफ अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने में महती भूमिका निभाते हुए निर्णायक लड़ाइयाँ लड़ी है। अंग्रेजों ने टंट्या मामा को पकड़ने के लिए अलग से टंट्या पुलिस भी बनाई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऐसे वीर बलिदानी महापुरुष की कर्म-स्थली पातालपानी को नवतीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। यहाँ आराधना और ध्यान केंद्र बनाया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ उनकी वीरता की उपासना कर सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब प्रदेश में गरीबों और जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने का अभियान केंद्र और राज्य सरकार मिलकर चलाएगी।
शहीद किसी भी समाज का हो स्मारक बनाये जाएँगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप शहीदों के स्मारक बनाए जाएँगे। प्रदेश में शहीद किसी भी समाज का क्यों न हो, उनके स्मारक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पातालपानी में 4 करोड़ 55 लाख रुपये की लागत से नवतीर्थ स्थल बनाया जाएगा। यहाँ ध्यान केंद्र स्थापित किया जाएगा, यहाँ वीरता की उपासना की जाएगी, जो आने वाली पीढ़ियों को देश-भक्ति की प्रेरणा देगा। नवतीर्थ स्थल में लायब्रेरी, व्यू पॉइंट, पाथ-वे के साथ जनजातीय म्यूजियम और जननायक टंट्या मामा वाटिका भी बनेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब पातालपानी में हर वर्ष 4 दिसम्बर को जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर मेला आयोजित होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं बड़ौद अहीर की धरती को प्रणाम करता हूँ, जहाँ टंट्या मामा ने जन्म लिया था। आज मेरे मन में बहुत संतोष है कि पातालपानी में जननायक टंट्या मामा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। जनजातीय नायकों ने देश के लिए जो किया उसका कर्जा उतारने की कोशिश कर रहा हूँ। हमने तय किया है कि जननायक टंट्या मामा की कर्म-स्थली पातालपानी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करेंगे। इसी क्रम में आज यहाँ पर्यटन विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल जनजातीय वर्ग के हैं और उनके द्वारा गाँव और जंगलों में जाकर जनजातीय वर्ग के हितों को देखा जा रहा है।
जननायक टंट्या मामा के वंशजों का हुआ सम्मान
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जननायक टंट्या मामा के वंशजों और परिजन श्री हीरालाल सिरसाठे, श्रीमती ललिता बाई, श्री दरियाव, श्री एवं श्रीमती रेशम बाई वासुदेव, श्री छोगालाल सिरसाठे, श्रीमती रेखा बाई सिरसाठे, श्री राधूलाल और श्रीमती सुंदर बाई का शॉल, श्रीफल और मोतियों की माला पहनाकर सम्मान किया। पातालपानी जनसेवा समिति के सदस्यों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को जननायक टंट्या मामा का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किये। संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वी.डी.शर्मा, सांसद श्री छतर सिंह दरबार, जन-प्रतिनिधि, जनजातीय समाज के प्रतिनिधि सहित अधिकारी उपस्थित रहे।