भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश के कोरोना एक्टिव प्रकरणों में निरंतर कमी आ रही है। प्रदेश में कोरोना के नए 234 मरीज मिले, वहीं 241 लोग डिस्चार्ज होकर घर गए हैं। प्रदेश में अब कोरोना के एक्टिव प्रकरण 2734 हैं, प्रदेश का रिकवरी रेट 65.3 प्रतिशत हो गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बारिश के कारण कुछ उपार्जन केन्द्रों पर गेहूँ भीग गया है। भीगे हुए गेहूँ को सूखाकर उसका भंडारण किया जाएगा। किसानों को इससे कोई नुकसान नहीं होगा। बारिश के कारण जिन पंजीकृत किसानों का गेहूँ बिक नहीं पाया है उन सबका गेहूँ खरीदा जाएगा। किसान किसी प्रकार की चिंता न करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं और उपार्जन कार्य की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला उपस्थित थे।
ऑक्सीजन की व्यवस्था रखें
डिंडौरी जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था रखी जाए। हर प्रवासी मजदूर की हैल्थ स्क्रीनिंग आवश्यक रूप से हो जाए। कलेक्टर ने बताया कि जिले में अभी तक 27 कोरोना पॉजीटिव आए हैं। सभी मरीजों की हालत ठीक है।
रिकवरी बहुत अच्छी
मुरैना जिले की समीक्षा के दौरान पाया गया कि वहां कोरोना रिकवरी बहुत अच्छी है। कुल 106 कोरोना मरीजों में से 87 ठीक होकर घर जा चुके है। अभी वहां 18 एक्टिव केसेस हैं।
180 मरीजों का घर पर ही इलाज
एसीएस हैल्थ श्री सुलेमान ने बताया कि इंदौर के ऐसे 180 कोरोना मरीज, जिनके घर पर इलाज की सारी सुविधाएं हैं तथा जिनका स्वास्थ्य अच्छा है, घर पर ही इलाज ले रहे हैं। चिकित्सकों द्वारा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उन्हें चिकित्सा सलाह दी जा रही है तथा मॉनीटरिंग की जा रही है।
तिवड़ा मिश्रित चने की खरीद प्रारंभ
समर्थन मूल्य पर चने के उपार्जन के विषय में प्रमुख सचिव श्री अजीत केसरी ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा दी गई अनुमति अनुसार किसानों से तिवड़ा मिश्रित चने का क्रय प्रारंभ कर दिया गया है। अभी तक 4 लाख 40 हजार एम.टी. चने का उपार्जन किया जा चुका है। चने के कुल पंजीकृत 5 लाख किसानों में से 2 लाख 21 हजार किसान अपना चना बेच चुके हैं।