भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं लॉक डाउन के नियमों के पालन की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। श्री चौहान ने कहा कि आज 2 मई को प्रदेश में कोरोना की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है। प्रदेश में 73 कोरोना संक्रमित मिले हैं और 100 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए है। पहली बार एक्टिव केसेस की संख्या में इतनी कमी आई है। उन्होंने कहा कि भोपाल में 2 मई को एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है। हम निरंतर कोरोना को पूर्ण रूप से पराजित करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना की स्थिति, व्यवस्थाओं तथा 4 मई से भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार कार्रवाई किए जाने के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
2462 टेस्ट में केवल 73 पॉजिटिव
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि 2 मई की टेस्ट रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 2462 कोरोना टेस्ट में से 73 पॉजिटिव आए हैं। भोपाल और उज्जैन में एक भी पॉजिटिव प्रकरण नहीं मिला है। इंदौर के 507 टेस्ट में से 30 तथा जबलपुर के 225 टेस्ट में से 5 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
भारत सरकार की गाइडलाइन का करें पूरा पालन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 4 मई से लॉक डाउन बढ़ाए जाने तथा इस दौरान दी जाने वाली विभिन्न रियायतों के संबंध में भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन किया जाए। विशेष परिस्थिति में कलेक्टर अपने जिले में गठित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक कर आवश्यक निर्णय ले सकेंगे।
संक्रमित क्षेत्रों का करें पुनर्निर्धारण
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार रेड एवं ऑरेंज जोन के जिलों में संक्रमित क्षेत्रों का पुनर्निर्धारण कर लिया जाए। इस संबंध में कलेक्टर आगामी दो-तीन दिन में कार्यवाही सुनिश्चित कर लें। अनावश्यक क्षेत्रों को संक्रमित क्षेत्र में शामिल ना किया जाए।
बाजार नहीं खुल सकेंगे
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि संक्रमित क्षेत्रों के बाहर के इलाकों में बाजार किसी भी हालत में नहीं खुल सकेंगे, जबकि गाइडलाइन अनुसार अन्य दुकानें खुल सकेंगी। मास्क पहनना और आपस में 2 गज की दूरी रखना अनिवार्य होगा। दुकानों के सामने ग्राहकों के खड़े रहने के लिए पर्याप्त दूरी पर गोले बनाए जाएं। संक्रमित क्षेत्रों से केवल सरकारी कार्य पर जाने तथा चिकित्सा कारणों से बाहर जाने की अनुमति होगी।
शादी में अधिकतम 50 लोगों की उपस्थिति
मुख्यमंत्री ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार संक्रमित क्षेत्रों के बाहर के क्षेत्रों में शादियां हो सकेंगी परंतु दोनों पक्षों को मिलाकर अधिकतम 50 व्यक्ति उनमें शामिल हो सकेंगे। इसी प्रकार अंत्येष्टि में 20 लोगों से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे।
ग्रीन जोन में सामान्य गतिविधियाँ
मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्रीन जोन के जिलों में भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार सामान्य गतिविधियाँ जारी रह सकेंगी, जिससे लोगों की रोजी-रोटी चले। विशेष परिस्थितियों में पाबंदियाँ लगाए जाने के संबंध में कलेक्टर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की सलाह पर निर्णय ले सकेंगे।
संक्रमित क्षेत्रों में हो पूरी सख्ती
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट किया कि हमें किसी भी हालत में प्रदेश में कोरोना संक्रमण को बढ़ने नहीं देना है। यह हमारी पहली प्राथमिकता है। हमें रेड जोन को ऑरेंज जोन में तथा फिर ग्रीन जोन में बदलना है। संक्रमित क्षेत्रों में पूरी सख्ती की जाए तथा अन्य क्षेत्रों में भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार छूट दी जाए।
रोजगार के नए अवसर सृजित करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा संक्रमण को रोकने के साथ ही हमारी यह भी जिम्मेदारी है कि हम अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करें, जिससे जरूरतमंदों को रोजगार मिल सके। सरकार द्वारा मनरेगा के कार्य, निर्माण कार्य, तेंदूपत्ता तुड़ाई आदि कार्य प्रारंभ किए गए हैं। महिला स्व-सहायता समूहों आदि के माध्यम से मास्क निर्माण कराया जा रहा है। आगे इन समूहों से बच्चों की स्कूल ड्रेस तथा रेडी-टू-ईट भोजन का कार्य भी कराया जाएगा।
बैंकों से राशि निकालने में ना हो दिक्कत
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं की राशि हितग्राहियों के खातों में निरंतर भिजवाई जा रही है। सभी कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि उन्हें यह राशि बैंकों से निकालने में किसी प्रकार की दिक्कत ना आए।
29 सौ करोड़ रुपए किसानों के खातों में जमा
उपार्जन कार्य की समीक्षा के दौरान बताया गया कि प्रदेश में गेहूँ उपार्जन के 29 सौ करोड़ रुपए की राशि किसानों के खातों में जमा हो गई है। हम्मालों और मजदूरों के भुगतान का पैसा भी बैंकों को भिजवाया जा चुका है, जो एक-दो दिन में उनके खातों में आ जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि आगामी 30 मई तक उपार्जन कार्य पूरा किया जाना है, कलेक्टर्स तदनुसार कार्यवाही करें।
संक्रमित क्षेत्रों के बाहर चालू करें मंडी
मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने निर्देश दिए कि जिन जिलों में मंडियाँ चालू नहीं की गई हैं, वहाँ संक्रमित क्षेत्रों के बाहर मंडी तुरंत चालू करें। मंडी के माध्यम से बिक्री के विषय में बताया गया कि अभी तक प्रदेश में 6.5 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की बिक्री हुई है। इसमें से 80 प्रतिशत गेहूँ मंडियों के बाहर सौदा-पत्रक व्यवस्था के माध्यम से बिका है। प्रदेश में चना-मसूर एवं सरसों की खरीदी भी प्रारंभ हो गई है।
बैठक में जल-संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, आदिम जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह उपस्थित थे।